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महिला स्वच्छ साथी का दुर्व्यवहार का आरोप, शिकायत दर्ज
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विवाद में नाम जुड़ने पर भाजपा नेता जगन्नाथ प्रधान ने चुप्पी तोड़ी
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कहा-सफाई कर्मचारी के साथ अधिकारी के कथित दुर्व्यवहार के कारण किया था हस्तक्षेप
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स्वच्छ साथी ने अधिकारी पर लगाए थे गंभीर आरोप
भुवनेश्वर। भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू पर हाल ही में हुए हमले में एक नया मोड़ आ गया है। दो महिला स्वच्छ साथियों ने अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है और उनके खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई है। इस बीच इस विवाद में नाम जुड़ने के बाद भाजपा नेता जगन्नाथ प्रधान ने मंगलवार को अपनी चुप्पी तोड़ी और दावा किया कि उन्होंने महिला सफाई कर्मचारी के साथ अधिकारी के कथित दुर्व्यवहार के कारण हस्तक्षेप किया था। कहा जा रहा है कि जगन्नाथ प्रधान ने अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू को फोन किया था।
प्रधान ने फोन करने की बात स्वीकारी
प्रधान ने बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त को फोन करने की बात स्वीकार की और कहा कि वह वार्ड नंबर 34 की एक ‘स्वच्छ साथी’ (सफाई कर्मचारी) की शिकायत पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। स्वच्छ साथी ने साहू पर दुर्व्यवहार और उनकी राजनीतिक भागीदारी को लेकर अनुचित दबाव डालने का आरोप लगाया था।
प्रधान ने मीडिया से कहा कि मैंने उन्हें इसलिए फोन किया, क्योंकि उन्होंने कथित तौर पर महिला से कठोर तरीके से बात की थी और भाजपा की रैली में शामिल होने के लिए उनसे सवाल किया था।
अतिरिक्त आयुक्त ने अशिष्टता से दिया था जवाब
प्रधान के अनुसार, जब उन्होंने अतिरिक्त आयुक्त से पूछा कि उन्होंने सफाई कर्मचारी को कथित तौर पर अपमानित क्यों किया, तो अधिकारी ने अशिष्टता से जवाब देते हुए पूछा कि आप मुझसे पूछने वाले कौन होते हैं?
इसके बाद प्रधान ने कथित तौर पर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जिसमें कहा कि ताली दो हाथों से बजती है, जिसका अर्थ है कि मामले में आरोप एकतरफा नहीं है।
अधिकारी के खिलाफ खारवेल नगर थाने में औपचारिक शिकायत दर्ज
प्रधान ने यह भी दावा किया कि उन्होंने पहले ही बीएमसी आयुक्त के समक्ष यह मामला उठाया था। महिला कार्यकर्ता ने इस संबंध में खारवेल नगर पुलिस स्टेशन में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है।
वार्ड नंबर 34 की स्वच्छ साथी ने गंभीर आरोप लगाए
इस मामले में एक नया मोड़ तब आया जब वार्ड नंबर 34 की स्वच्छ साथी रेवती राउत ने बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू पर गंभीर आरोप लगाए।
मीडिया से बात करते हुए राउत ने दावा किया कि हाल ही में आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में 60-70 लोगों को शामिल करने के लिए उन्हें धमकाया गया और नौकरी से निकालने की धमकी दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि साहू ने अपने स्थानीय पार्षद और पार्षद के पति के साथ मिलकर उन्हें चेतावनी दी कि भाजपा की गतिविधियों में भाग लेने से उनकी नौकरी जा सकती है।
भाजपा को समर्थन करने पर सेवा समाप्त करने की दी धमकी
राउत ने आरोप लगाया कि बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त ने मुझसे कहा कि अगर मैं भाजपा की रैली का समर्थन करना जारी रखूंगी तो मेरी सेवा समाप्त कर दी जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि जब उन्होंने भाजपा नेता जगन्नाथ प्रधान के समक्ष यह मुद्दा उठाया, तो प्रधान ने बीएमसी अधिकारी को फोन किया, जिसके कारण कथित तौर पर तीखी बहस हुई।
एक अन्य स्वच्छ साथी ने किया दावों का समर्थन
राउत के दावों का समर्थन करते हुए एक अन्य स्वच्छ साथी ने कहा कि जब जगन्नाथ भाई ने दुर्व्यवहार के बारे में सवाल करने के लिए फोन किया, तो रत्नाकर सर ने अशिष्टता से जवाब दिया। अगर हमें न्याय नहीं मिला, तो हम विरोध प्रदर्शन करेंगे।
यह घटनाक्रम सोमवार को हुई एक चौंकाने वाली घटना के बाद हुआ है, जिसमें कुछ बदमाशों ने बीएमसी कार्यालय परिसर में घुसकर अतिरिक्त आयुक्त साहू पर शारीरिक हमला किया था।