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हादसे के बावजूद भक्ति और आस्था का अद्भुत दृश्य
पुरी। पुरी में भगदड़ में तीन लोगों की मौत के बाद भी रथयात्रा के दौरान गुंडिचा मंदिर मंदिर पहुंचे महाप्रभु श्री जगन्नाथ, देव बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथों के समक्ष रविवार को श्रद्धा और भक्ति का अद्वितीय दृश्य देखने को मिला। महाप्रभु जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा के दर्शन के लिए लाखों की संख्या में भक्त सरधाबली क्षेत्र में एकत्र हुए। सुबह से ही जय जगन्नाथ के उद्घोष गूंजते रहे, भक्तजन हाथों में फूल, धूप और प्रसाद लिये श्रद्धालु खड़े होकर पूजन कर रहे थे। कुछ भक्त भूमि पर बैठकर ध्यानमग्न हो गए तो कुछ परिवारों ने मिलकर सामूहिक आरती की।
गुंडिचा मंदिर की ओर बढ़ते भक्तों की टोलियों में हर आयु वर्ग के लोग शामिल थे। बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चे तक बिना थके भगवान के दर्शन को आतुर दिखे। पूरे वातावरण में शंखध्वनि, मृदंग और भजन की गूंज से आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हो रहा था। मंदिर के समक्ष बने पूजा मंडपों में पंडितों द्वारा विधिवत पूजा-अर्चना की जा रही थी, वहीं कुछ श्रद्धालु अपने परिजनों की मंगलकामना हेतु विशेष अनुष्ठान भी करवा रहे थे। भक्ति, उल्लास और परंपरा से ओतप्रोत यह दृश्य हर वर्ष की तरह इस बार भी लोगों के लिए अविस्मरणीय बन गया।