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कोविड-19 को लेकर ट्रेन यात्री हैं अतिरिक्त सतर्क
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अंतर्राज्यीय ट्रेनों की बेहतर है मांग
भुवनेश्वर. पूर्व तट रेलवे की ओर से लॉकडाउन के कारण फंसे हुए लोगों एवं आकस्मिक परिस्थिति में यात्रा करनेवालों के लिए कई विशेष ट्रेनें चलायी जा रही हैं. इसमें एक मई, 2020 से भुवनेश्वर व नयी दिल्ली के बीच एक जोड़ी राजधानी विशेष ट्रेन, 13 मई, 2020 से छह जोड़ी अंतर्राज्यीय ट्रेनें व एक जून, 2020 से छङ जोड़ी ऐसी विशेष ट्रेनें चलायी जा रही हैं, जो कि ओडिशा राज्य के भीतर अपनी सेवाएं प्रदान कर रही हैं. हालांकि कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए यात्री काफी सतर्कता बरत रहे हैं.
केवल अत्यावश्यक कारणों से ही यात्री ट्रेनों में यात्रा कर रहे हैं. इन विशेष ट्रेनों में यात्रियों की मांग का प्रतिशत अलग-अलग है. एक ओर जहां नयी दिल्ली-भुवनेश्वर विशेष एसी ट्रेन में यात्रियों की मांग 13 मई से 24 जून, 2020 के बीच क्षमता से भी अधिक लगभग 107 प्रतिशत रही, वहीं भुवनेश्वर-भद्रक स्पेशल में कुल क्षमता के केवल 4.1 प्रतिशत सीट की ही मांग रही.
राज्य के अंदर चल रही ट्रेनों में यात्रियों की मांग काफी कम
राज्य के अंदर चल रही ट्रेनों में यात्रियों की मांग काफी कम है. इस दौरान चल रही विशेष ट्रेनों में करीब आठ ट्रेनों में यात्रियों की मांग 20 प्रतिशत से भी कम है.
इनमें भुवनेश्वर-भद्रक स्पेशल में मांग प्रतिशत 4.1 प्रतिशत, भुवनेश्वर-ब्रह्मपुर स्पेश्वल में 10.48 प्रतिशत, भद्रक-भुवनेश्वर स्पेशल में 8.52 प्रतिशत, बलांगीर-भुवनेश्वर स्पेशल में 17.64 प्रतिशत, खुर्दा रोड-संबलपुर इंटरसिटी स्पेशल में 9.76 प्रतिशत, संबलपुर-खुर्दा रोड इंटरसिटी स्पेशल में 17.77 प्रतिशत, भुवनेश्वर-बलांगीर इंटरसिटी स्पेशल में 20.89 प्रतिशत, राउरकेला-भुवनेश्वर स्पेशल में 20.49 प्रतिशत, भुवनेश्वर-राउरकेला स्पेशल में 23.05 प्रतिशत, ब्रह्मपुर-भुवनेश्वर स्पेशल में मांग 25.76 प्रतिशत है. हालांकि, भुवनेश्वर व कोरापुट के बीच चल रही स्पेशल ट्रेनों में यह मांग 40 प्रतिशत से अधिक है. भुवनेश्वर-कोरापुर स्पेशल में यह मांग 42.67 प्रतिशत व कोरापुट-भुवनेश्वर स्पेशल में यह मांग 41.58 प्रतिशत है.
अंतर्राज्यीय ट्रेनों में मांग अपेक्षाकृत बेहतर
पूर्व तट रेलवे के क्षेत्राधिकार में चल रही अंतर्राज्यीय ट्रेनों में पुरी व सियालदह के बीच चल रही विशेष ट्रेन को छोड़कर अन्य ट्रेनों में यात्रियों की मांग अपेक्षाकृत बेहतर है. सियालदह-पुरी स्पेशल में यह मांग केवल 13.68 प्रतिशत है, वहीं पुरी-सियालदह स्पेशल ट्रेन में यात्रियों की मांग का प्रतिशत कुल क्षमता का 15.71 प्रतिशत है.
भुवनेश्वर-नयी दिल्ली विशेष पुरुशोत्तम ट्रेन में यात्रियों की मांग का प्रतिशत 74.11 प्रतिशत, नयी दिल्ली-भुवनेश्वर पुरुशोत्तम विशेष ट्रेन में 87.25 प्रतिशत, विशाखापट्टनम-नयी दिल्ली स्पेशल ट्रेन में 53.75 प्रतिशत, नयी दिल्ली-विशाखापट्टनम स्पेशल ट्रेन में 62.05 प्रतिशत, मुंबई-भुवनेश्वर कोणार्क विशेष ट्रेन में 95.37 प्रतिशत, भुवनेश्वर-मुंबई कोणार्क विशेष ट्रेन में 52.69 प्रतिशत, विशाखापट्टनम-हैदराबाद स्पेशल ट्रेन में 81.25 प्रतिशत, हैदराबाद-विशाखापट्टनम स्पेशल ट्रेन में 91.57 प्रतिशत, भुवनेश्वर-हावड़ा जनशताब्दी स्पेशल ट्रेन में 51.62 प्रतिशत व हावड़ा-भुवनेश्वर जनशताब्दी स्पेषल ट्रेन में यात्रियों की मांग कुल क्षमता का 34.07 प्रतिशत है.
भुवनेश्वर-नयी दिल्ली विशेष राजधानी ट्रेन में यात्रियों की मांग 13 मई से 24 जून, 2020 के बीच 45.47 प्रतिशत रही, वहीं नयी दिल्ली-भुवनेश्वर विशेष राजधानी ट्रेन में यात्रियों की मांग इस अवधि में लगभग 104 प्रतिशत रही.