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मृतका के पति का गंभीर आरोप
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कहा- एक बूंद पानी तक नहीं दिया
पुरी। पुरी में रथयात्रा के दौरान रविवार तड़के हुए भीषण भगदड़ के बाद पुलिस पर मौके से भागने का आरोप लगा है। मृतकों के परिजनों और चश्मदीदों ने ये गंभीर आरोप लगाए हैं। मृतका बसंती साहू के पति ने मीडिया से बात करते हुए बेहद भावुक स्वर में कहा कि हम दर्शन के लिए भुवनेश्वर से खुशी-खुशी आए थे, यह सोच भी नहीं सकते थे कि ऐसा हादसा होगा। भगदड़ के दौरान मेरी पत्नी की मौत हो गई। जब हमने पुलिस से मदद मांगी, तो उन्होंने एक बूंद पानी तक नहीं दिया। न एंबुलेंस आई, न स्ट्रेचर। हमें खुद ही घायल लोगों को उठाकर ले जाना पड़ा।
उन्होंने आगे कहा कि हम सुबह 3:31 बजे गुंडिचा मंदिर के सामने पहुंचे थे। तब वहां करीब 50,000 श्रद्धालु मौजूद थे। जब ‘पहुड़ा’ खुला, तभी अचानक भीड़ में हड़कंप मच गया। कुछ पुलिसकर्मी वहां थे, लेकिन भगदड़ होते ही वे भाग गए। 200 से 300 लोग जमीन पर गिर पड़े। हमने मदद की गुहार लगाई, पर किसी ने नहीं सुनी।
एक अन्य श्रद्धालु ने बताया कि पुलिस और प्रशासन सिर्फ वीआईपी व्यवस्था में जुटे थे। आम श्रद्धालुओं के लिए कोई योजना नहीं थी। सुरक्षा के नाम पर कुछ नहीं था। सारी मदद सिर्फ आम लोगों ने ही की।
पुलिस ने दावे किए, पर सवाल बरकरार
वहीं, इन आरोपों के बीच पुरी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विनीत अग्रवाल ने दावा किया कि घटनास्थल पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात था। चक्र और गुंडिचा मंदिर के पास पर्याप्त व्यवस्था की गई थी। सभी पहलुओं की जांच के बाद जानकारी साझा की जाएगी।