पुरी। महाप्रभु श्री जगन्नाथ की विश्वविख्यात रथयात्रा को सुरक्षित और सुचारू रूप से संपन्न करने के लिए पुरी को पूरी तरह से सुरक्षा के घेरे में कैद रही। सुरक्षा को लेकर एनएसजी के जवान भी तैनात किए गए थे तथा पुलिस और सुरक्षबलों की निगरानी थी। इसके साथ ही एआई आधारित सीसीटीवी कैमरे और तकनीकी से चुप्पे-चुप्पे पर नजर रखी जा रही थी।
भगवान श्री जगन्नाथ की विश्वविख्यात रथयात्रा को शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने इस बार अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था लागू की थी। लाखों श्रद्धालुओं की मौजूदगी के बीच पुरी कलेक्टर सिद्धार्थ शंकर स्वाईं ने शुक्रवार को बताया कि सभी आवश्यक तैयारियां के बीच श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
कलेक्टर स्वाईं ने कहा कि यात्रा मार्ग पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। रथयात्रा से जुड़े सभी धार्मिक अनुष्ठान निर्धारित समय पर पूरे किए जा रहे हैं। पुलिस बल को गुरुवार रात से ही तैनात कर दिया गया, ताकि भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
सुरक्षा को देखते हुए नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) के जवानों को भी बड़दांड पर तैनात किया गया है। इसके अलावा अन्य सुरक्षा एजेंसियों की भी सहायता ली जा रही है।
छह से सात अवैध ड्रोन जब्त
कलेक्टर स्वाईं ने बताया कि श्री जगन्नाथ मंदिर और गुंडिचा मंदिर के ऊपर ड्रोन उड़ाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। उन्होंने कहा कि गुरुवार को छह से सात अवैध ड्रोन की पहचान कर उन्हें हटाया गया है। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे प्रशासन का सहयोग करें और इस पवित्र पर्व को शांतिपूर्ण ढंग से मनाएं।
जिला प्रशासन द्वारा कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) से युक्त सीसीटीवी कैमरे, बम स्क्वॉड, ड्रोन मॉनिटरिंग, समुद्री पुलिस और अन्य निगरानी व्यवस्थाओं के साथ मल्टी-लेयर सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और मंदिर परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।