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बरदांड पर बना कॉरिडोर जीवनरक्षक साबित हुआ
पुरी। पुरी में रथयात्रा के दौरान उमस और भीड़ के कारण सैकड़ों श्रद्धालु बीमार हो गए। हर मिनट एंबुलेंस दौड़ रही थी और राहत टीमें सक्रिय थीं। बरदांड पर बना कॉरिडोर जीवनरक्षक साबित हुआ, जिससे भीड़ नियंत्रित रही और मदद पहुंचाना आसान हुआ। फायर सर्विस, स्वास्थ्य विभाग और अन्य एजेंसियों की तैनाती से स्थिति संभली रही। छह रैपिड रिस्पॉन्स टीम, 430 लाइफगार्ड और 20 हाई प्रेशर पंप मुस्तैद थे। चारों ओर सेवाभाव और त्वरित व्यवस्था के चलते यह महायात्रा सुचारू रूप से जारी रही।
बताया जाता है कि सभी मरीजों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है हालांकि बीमार लोगों को लेकर अभी तक आधिकारिक तौर पर संख्या नहीं बताई गई है लेकिन मौके पर दौड़ रही है एंबुलेंस के अनुसार काफी संख्या में लोग बीमार हुए हैं
ओडिशा की सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा रथयात्रा 2025 के दौरान भीड़ और उमस भरे मौसम के बीच स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थितियों से निपटने के लिए फायर सर्विस विभाग पूरी तरह से मुस्तैद रहीं।
ओडिशा अग्निशमन सेवा के डीजी सुधांशु षाड़गी ने बताया कि हम पूरी तैयारी के साथ तैनात थे। बेहोशी या दम घुटने की स्थिति में सीपीआर, ऑक्सीजन किट और डिफिब्रिलेटर सहित प्रशिक्षित टीम तैयार थी।
1,500 से अधिक कर्मी तैनात, हर कोने पर निगरानी
फायर सर्विस विभाग की ओर से करीब 1,500 कर्मचारी तैनात किए गए थे, जिनमें 430 लाइफगार्ड समुद्र तट पर मौजूद थे। साथ ही, छह रैपिड रिस्पॉन्स टीमें खासतौर से बेहोश हो रहे श्रद्धालुओं की मदद के लिए नियुक्त थी।
भीषण गर्मी में पानी का छिड़काव, जलजमाव से निपटने को पंप तैयार
गर्मी से राहत दिलाने के लिए भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में लगातार पानी का छिड़काव किया जा रहा था। बारिश या जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए 20 हाई प्रेशर पंप तैयार रखे गए थे, जो बड़दांड से पानी को हटाने में सक्षम हैं।