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सजावट का नजारा मन मोह रहा
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महाप्रभु श्री जगन्नाथ के आगमन से पहले मंदिर परिसर में रंग, रोशनी और श्रद्धा का संगम
पुरी। महाप्रभु श्री जगन्नाथ की विश्वविख्यात रथयात्रा के शुभ अवसर पर गुंडिचा मंदिर को भव्य रूप से सजाया जा रहा है। यही वह स्थान है जहां महाप्रभु अपने बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ नौ दिवसीय प्रवास पर आते हैं। मंदिर प्रांगण में सजावट का कार्य जोरों पर चल रहा है और श्रद्धालुओं को एक पावन, दिव्य और आकर्षक दृश्य का अनुभव हो रहा है।
गुंडिचा मंदिर के मुख्य द्वार और अग्रभाग को विशेष रूप से सजाया गया है। पारंपरिक कारीगरी के साथ आधुनिक लाइटिंग की झलक मंदिर को एक अलग ही आभा प्रदान कर रही है। मंदिर की दीवारों, द्वारों और गुंबदों को फूलों, झूमरों और विद्युत सज्जा से सजाया गया है। जैसे-जैसे रथयात्रा का दिन नजदीक आ रहा है, श्रद्धालुओं की उत्सुकता और मंदिर की भव्यता दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है।
स्थानीय प्रशासन और श्रीमंदिर प्रशासन की देखरेख में यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि गुंडिचा मंदिर में रथयात्रा के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को एक दिव्य अनुभव प्राप्त हो। इस वर्ष सजावट में न केवल धार्मिक सौंदर्य बल्कि पर्यावरणीय संतुलन का भी ध्यान रखा गया है। मंदिर का नया रूप श्रद्धा, परंपरा और आधुनिकता का सुंदर संगम बनकर उभरा है, जो हर दर्शनार्थी के मन में भक्ति और भावनाओं की लहरें जगा रहा है। सड़कों पर कलाकृति देखती ही बन रही है।