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ओडिशा के डीजीपी ने क्राइम ब्रांच को सौंपी जांच की जिम्मेदारी
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मुख्यमंत्री मोहन माझी ने जताई कड़ी नाराजगी
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दोषियों को कड़ी सजा देने के निर्देश
भुवनेश्वर/ब्रह्मपुर। ओडिशा के गंजाम जिले के गोपालपुर समुद्र तट पर एक 20 वर्षीय कॉलेज छात्रा से गैंगरेप के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने सख्त रुख अपनाया है। राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) योगेश बहादुर खुरानिया ने इस मामले की जांच सीआईडी क्राइम ब्रांच की ‘महिला एवं बाल अपराध प्रकोष्ठ’ को सौंप दी है। केस को ‘रेड फ्लैग’ श्रेणी में रखा गया है और इसकी निगरानी खुद आईजी शाइनी एस. कर रही हैं।
डीजीपी खुरानिया ने कहा कि इस जघन्य और संवेदनशील मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे महिला एवं बाल अपराध प्रकोष्ठ को सौंपा गया है। जांच दल पहले ही गोपालपुर पहुंच चुका है और वैज्ञानिक जांच के सभी पहलुओं पर काम शुरू कर दिया गया है। हमारी प्राथमिकता है कि जल्द से जल्द जांच पूरी कर अभियोजन को तेज़ी से आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने बताया कि अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और सभी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
यह घटना रविवार (16 जून 2025) की शाम गोपालपुर समुद्र तट पर घटी। पीड़िता अपने पुरुष मित्र के साथ घूमने गई थी। तभी लगभग 10 युवकों के एक गिरोह ने उन्हें घेर लिया। हमलावरों ने पहले युवक को काबू में किया और फिर युवती के साथ सामूहिक बलात्कार किया।
पुलिस ने केस को दर्ज कर लिया है और इस मामले में 10 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों में चार नाबालिग भी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री की सख्त प्रतिक्रिया
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस घटना को ‘मानवता के खिलाफ जघन्य अपराध’ करार दिया है। उन्होंने दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम राज्य में महिलाओं के खिलाफ हिंसा को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेंगे। जो भी ऐसे अमानवीय अपराधों में शामिल हैं, उन्हें कानून के तहत कठोरतम सजा दी जाएगी।
जनता में रोष, न्याय की मांग तेज
गोपालपुर और आसपास के इलाकों में इस अमानवीय घटना के खिलाफ जनता में जबरदस्त आक्रोश है। सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक, लोग त्वरित न्याय और दोषियों के लिए फास्ट-ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की मांग कर रहे हैं।
अधिकारियों की निगरानी में तेज़ी से चल रही है जांच
क्राइम ब्रांच की टीम पीड़िता के बयान, मेडिकल जांच रिपोर्ट, घटनास्थल से एकत्र फॉरेंसिक साक्ष्य, और आसपास के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच को आगे बढ़ा रही है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि मामले में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी और जल्द ही चार्जशीट दाखिल की जाएगी।