पुरी। पुरी जिले के ब्राह्मगिरि स्थित अलारनाथ मंदिर में भगवान अलारनाथ के दर्शन के लिए आज भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। स्नान पूर्णिमा पर्व पर 108 कलशों से महास्नान के बाद अब भगवान श्री जगन्नाथ भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के साथ ‘अणसर’ में एकांतवास में प्रवेश कर चुके हैं। यह विशेष अवधि बुधवार की पूर्णिमा से लेकर अगली अमावस्या तक चलेगी, जब ‘नवयौवन दर्शन’ के साथ वे पुनः भक्तों को दर्शन देंगे।
मान्यता है कि महास्नान के बाद देवताओं को ज्वर हो जाता है और वे बीमार पड़ जाते हैं। इस दौरान उन्हें श्रीमंदिर के एक विशेष कक्ष ‘अणसर घर’ में रखा जाता है और मानवीय रूप से औषधीय उपचार दिए जाते हैं।
इस अवधि में जब भगवान श्रीमंदिर में एकांतवास में रहते हैं, तब परंपरानुसार श्रद्धालु ब्राह्मगिरि स्थित अलारनाथ मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचते हैं। मान्यता है कि अलारनाथ, भगवान जगन्नाथ के स्वरूप हैं। मंदिर प्रशासन ने आगामी 15 दिनों के लिए विशेष व्यवस्था की है। यह अणसर अवधि न केवल भक्तों की श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि यह दर्शाता है कि भगवान भी मानवीय संवेदनाओं और प्रक्रियाओं को आत्मसात करते हैं।
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