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27 जून को होने वाली विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा के लिए मंत्रियों व वरिष्ठ अधिकारियों ने की समीक्षा
पुरी। आगामी श्रीजगन्नाथ रथयात्रा की तैयारियों को लेकर सोमवार को पुरी नगर भवन में एक महत्वपूर्ण समन्वय बैठक आयोजित हुई। यह दूसरी समन्वय बैठक थी, जिसकी अध्यक्षता राज्य के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने की।
इस बैठक में शहरी विकास मंत्री कृष्ण चंद्र महापात्र, स्वास्थ्य मंत्री मुकेश महालिंग, परिवहन मंत्री विभूति भूषण जेना, उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज, श्रीजगन्नाथ मंदिर प्रशासन के मुख्य प्रशासक, पुरी जिले के सांसद, विधायक, जिला प्रशासन व अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
सुव्यवस्थित आयोजन पर जोर
बैठक में रथयात्रा के सुचारु आयोजन हेतु सड़क, स्वच्छता, स्वास्थ्य, सुरक्षा, परिवहन और रेलवे सेवाओं की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की गई। रथ निर्माण कार्य की प्रगति, भक्तों के लिए दर्शन व्यवस्था, अनुशासित भीड़ प्रबंधन और कानून-व्यवस्था बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया गया।
कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि करीब 80% कार्य पूर्ण हो चुका है। जो भी शेष कार्य हैं, वे समय पर पूरे हो जाएंगे। प्रभु जगन्नाथ स्वयं रथयात्रा कराते हैं, हम सभी केवल माध्यम हैं।
स्वास्थ्य सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम
स्वास्थ्य मंत्री मुकेश महालिंग ने कहा कि रथयात्रा के दौरान 300 डॉक्टरों की तैनाती, अस्थायी बर्न यूनिट और आईसीयू जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही 15 स्थायी आईसीयू बेड भी तैयार किए जाएंगे।
कोविड-19 को लेकर एहतियात
बैठक में कोविड-19 की स्थिति पर भी चर्चा हुई। मंत्री ने स्पष्ट किया कि फिलहाल कोई विशेष चेतावनी नहीं है, फिर भी स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों के अनुसार सभी सावधानियां बरती जाएंगी, और जनता को सतर्क रहने के लिए जागरूक किया जाएगा।
संस्कृति और श्रद्धा का प्रतीक
पुरी की रथयात्रा न केवल ओडिशा बल्कि पूरे देश और विश्व के श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत पवित्र आयोजन है। इस समन्वय बैठक से स्पष्ट है कि सरकार हर पहलू को ध्यान में रखते हुए, इस सांस्कृतिक और आध्यात्मिक आयोजन को सुरक्षित, भव्य और सुव्यवस्थित बनाने के लिए संकल्पबद्ध है।