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एक साल पूरे होने पर बोले मुख्यमंत्री
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जनता से सीधे संवाद, पारदर्शिता और जवाबदेही के बल पर ‘जनता की सरकार’ बनी भाजपा सरकार
भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने अपनी सरकार के पहले वर्ष के पूरे होने पर एक अहम दावा किया। उन्होंने कहा कि 12 जून को एक साल पूरे कर रही भाजपा सरकार के खिलाफ “भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है”। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए अपनी पूरी मंत्रिपरिषद और प्रशासनिक टीम को धन्यवाद दिया और इसे पारदर्शी शासन का प्रमाण बताया।
भाजपा सांसदों, विधायकों और विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी की उपस्थिति में हुई संयुक्त बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं गर्व से कह सकता हूं कि बीते एक साल में विपक्षी दलों ने भी हमारी सरकार पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगाया है। यह हमारे लिए गर्व की बात है।
‘जनता की सरकार’ बना भरोसे का प्रतीक
मुख्यमंत्री माझी ने कहा कि आज उनकी सरकार को ‘जनता की सरकार’ कहा जा रहा है, क्योंकि उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय (थर्ड फ्लोर) और आम जनता के बीच की दूरी को पूरी तरह से समाप्त कर दिया है।
उन्होंने बताया कि बीते एक साल में उन्होंने खुद 11 जनसुनवाई कार्यक्रमों के माध्यम से करीब 12,000 लोगों से सीधे मुलाकात की और उनके कई मुद्दों का मौके पर ही समाधान किया।
मुख्यमंत्री माझी ने कहा कि मैंने राज्य के सभी 30 जिलों का दौरा किया, लोगों के साथ कार्यक्रमों में भाग लिया, उनके सुख-दुख साझा किए। दूसरे वर्ष में मेरा लक्ष्य सभी 147 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करना है।
भ्रष्टाचार पर कड़ा रुख
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन आवश्यक है। उन्होंने दो टूक कहा कि हमारी निगरानी नीचे से ऊपर तक जारी है। हर स्तर पर जवाबदेही तय की गई है। उन्होंने एक वरिष्ठ अभियंता की सेवा समाप्ति के दिन हुई गिरफ्तारी का हवाला देते हुए कहा कि हम किसी भ्रष्ट अधिकारी को सम्मानपूर्वक सेवानिवृत्त नहीं होने देंगे। कानून के अनुसार कार्रवाई होगी।
रास्ता लंबा और चुनौतियों से भरा होगा
उन्होंने स्वीकार किया कि रास्ता लंबा और चुनौतियों से भरा होगा, लेकिन जनभागीदारी और ईमानदार प्रशासन के बल पर ओडिशा को विकसित राज्यों की श्रेणी में लाया जाएगा।