Home / Odisha / कोविड के बढ़ते मामलों को लेकर ओडिशा सरकार सतर्क

कोविड के बढ़ते मामलों को लेकर ओडिशा सरकार सतर्क

  • संक्रमण रोकने को उठाए सख्त कदम

  • 6 जून तक कुल 755 सैंपलों की जांच

  • 38 लोग पाए गए कोरोना पॉजिटिव

भुवनेश्वर। देशभर में एक बार फिर कोविड-19 मामलों में वृद्धि को देखते हुए ओडिशा सरकार ने संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए तेजी से आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 6 जून 2025 तक कुल 755 सैंपलों की जांच की गई, जिनमें से 38 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।

हालांकि राहत की बात यह है कि इन संक्रमितों में से 9 लोग पूरी तरह से स्वस्थ होकर सामान्य जीवन में लौट चुके हैं, जबकि बाकी मरीज घर में आइसोलेशन में हैं और उनकी स्वास्थ्य स्थिति स्थिर बताई गई है।

बताया गया है कि बीते तीन जून को केंद्र सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के स्वास्थ्य महानिदेशक की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय वर्चुअल बैठक आयोजित की गई। इसमें राज्यों को राष्ट्रीय रणनीतियों के अनुरूप अपनी तैयारियों को मजबूत करने के निर्देश दिए गए।

बैठक में निगरानी, शीघ्र पहचान, होम आइसोलेशन प्रोटोकॉल और डेटा साझाकरण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई। इसके बाद केंद्र सरकार ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर एकीकृत निर्देश जारी किया, जिन्हें ओडिशा सरकार ने लागू करना शुरू कर दिया है।

स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारियां तेज

– सभी जिलों को ऑक्सीजन, आइसोलेशन बेड, वेंटिलेटर और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

– 2 जून 2025 को राज्यभर में ऑक्सीजन आपूर्ति प्रणालियों (पीएसए प्लांट, एलएमओ टैंक,एमजीपीएस लाइन) की मॉक ड्रिल की गई।

– 4 और 5 जून को अस्पताल-स्तर पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, ताकि किसी भी स्थिति से निपटने की पूरी तैयारी रहे।

लगातार निगरानी की व्यवस्था

– इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम के तहत राज्य और जिला स्तरीय निगरानी टीमें इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) पर लगातार नजर रख रही हैं।

– सभी एसएआरआई मरीजों की जांच और 5% आईएलआई मामलों की सैंपलिंग की सिफारिश की गई है।

– पॉजिटिव एसएआरआई सैंपलों को आईसीएमआर की वीआरडीएल लैब के माध्यम से संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा जा रहा है।

जनसामान्य के लिए परामर्श जारी

स्वास्थ्य विभाग ने जनता से सावधानियां बरतने की अपील की है। लोगों से बार-बार हाथ धोने, खांसते या छींकते समय मुंह ढंकने और भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचने की सलाह दी गई है। श्वसन तंत्र से जुड़ी गंभीर समस्या वाले लोग स्व-निरीक्षण करें और ज़रूरत पड़ने पर तत्काल चिकित्सा परामर्श लें। भ्रामक जानकारी और अफवाहों से बचने के लिए केवल स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट और पीआईबी की अधिकृत जानकारी पर ही भरोसा करें।

Share this news

About desk

Check Also

अगले 10 वर्षों तक अनुगूल में प्रतिवर्ष लगाए जाएंगे 10 लाख पौधे – धर्मेंद्र प्रधान

 तालचेर में केंद्रीय मंत्री ने किया एक पेड़ मां के नाम 2.0 अभियान का शुभारंभ …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *