-
रक्षा और एयरोस्पेस तकनीक में आत्मनिर्भरता की ओर बड़ा कदम
भुवनेश्वर। ओडिशा में रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आधारित नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक ऐतिहासिक पहल के तहत राज्य के उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंहदेव ने गुरुवार को ओडिशा की पहली डीप न्यूरल नेटवर्क (डीएनएन) प्रयोगशाला का उद्घाटन किया। यह अत्याधुनिक प्रयोगशाला भुवनेश्वर स्थित क्रिस्टेलर डिफेंस एंड एयरोस्पेस परिसर में स्थापित की गई है।
एआई, ड्रोन, साइबर डिफेंस पर होगा शोध
इस प्रयोगशाला का उद्देश्य एआई, मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी), इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर और मिसाइल एवं साइबर डिफेंस जैसी अत्याधुनिक रक्षा तकनीकों में अनुसंधान को प्रोत्साहित करना है। उपमुख्यमंत्री सिंहदेव ने युवाओं से आह्वान किया कि वे भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए इस तरह की पहल का हिस्सा बनें।
उन्होंने युवा उद्यमी उदय भानु दास की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रयोगशाला न केवल राज्य बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का विषय है।
‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ को मिलेगा बल
डीएनएन प्रयोगशाला रक्षा क्षेत्र के वैज्ञानिकों, अभियंताओं और रक्षा कर्मियों को प्रशिक्षण, कार्यशालाओं और सहभागिता आधारित परियोजनाओं के माध्यम से प्रशिक्षित करेगी। यह डीआरडीओ, एयरोस्पेस पीएसयू और देश के प्रमुख रक्षा नवोन्मेषकों के साथ मिलकर अनुसंधान को आगे बढ़ाएगी। साथ ही, यह ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशनों को मजबूती प्रदान करेगी।
भविष्य की युद्ध प्रणाली का रूपरेखा तैयार करेगी
ब्रिगेडियर एलसी पटनायक, अध्यक्ष (डिफेंस एंड स्पेस), ने इस अवसर पर कहा कि भविष्य की युद्ध प्रणाली को एआई-आधारित फ्रेमवर्क, हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग और स्वचालित रक्षा प्रणाली की ओर ले जाना होगा, और यह प्रयोगशाला उस दिशा में एक बड़ा कदम है।
स्थानीय नवाचार को मिलेगा मंच
उदय भानु दास, संस्थापक और सीईओ, क्रिस्टेलर डिफेंस एंड एयरोस्पेस, ने कहा कि यह प्रयोगशाला स्वदेशी मिशन-रेडी एआई समाधान विकसित करने की दिशा में एक मजबूत आधारशिला बनेगी और भारत को रक्षा तकनीक के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।