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मौसमी बीमारियों को लेकर भी सरकार सतर्क
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कोराना के चार पीड़ित पूरी तरह से हुए ठीक, 19 होम आइसोलेशन में
भुवनेश्वर। ओडिशा में एक बार फिर कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकड़ ली है। बीते सात दिनों में 546 नमूनों की जांच के बाद कुल 23 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें से चार लोग पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं जबकि शेष 19 संक्रमित होम आइसोलेशन में रहकर इलाज करा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि फिलहाल किसी भी मरीज की स्थिति गंभीर नहीं है।
स्थिति नियंत्रण में, घबराने की जरूरत नहीं
राज्य के लोक स्वास्थ्य निदेशक डॉ नीलकंठ मिश्र ने जानकारी दी कि वर्तमान में ओमिक्रॉन के उप-संस्करण से संक्रमण फैल रहा है, जिसकी तीव्रता काफी कम है। उन्होंने बताया कि कोरोना की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। फिलहाल कोई बड़ा प्रसार नहीं हुआ है, लेकिन हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। सभी नमूनों की आरटीपीसीआर पद्धति से जांच की जा रही है ताकि सटीक पुष्टि हो सके।
गंभीर बीमारियों से पीड़ितों के लिए सावधानी जरूरी
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने भी यह स्पष्ट किया है कि वर्तमान संक्रमण खतरनाक नहीं है, परंतु जिन लोगों को पुरानी बीमारियां या प्रतिरक्षा में कमी है, उन्हें अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए। बुखार, खांसी, जुकाम, सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षणों पर तुरंत चिकित्सा सलाह लेने की अपील की गई है।
मानसून के साथ मौसमी बीमारियों का खतरा भी बढ़ा
कोरोना के साथ ही राज्य सरकार ने मानसून की शुरुआत को देखते हुए मलेरिया, डेंगू, हैजा, पीलिया जैसे मौसमी रोगों की रोकथाम पर भी सख्त कदम उठाए हैं। बुधवार को भुवनेश्वर में मुख्य सचिव मनोज आहूजा की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई, जिसमें स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की आयुक्त-सचिव अश्वती एस समेत वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
डेंगू और मलेरिया पर नियंत्रण के निर्देश
बैठक में डेंगू प्रभावित शहरी क्षेत्रों में मच्छर नियंत्रण अभियान तेज करने, कीटनाशी छिड़काव, मलेरिया प्रभावित जिलों में मच्छरदानी वितरित करने और जलजनित रोगों से बचाव के लिए शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने जैसे निर्देश दिए गए।
सार्वजनिक स्वास्थ्य जागरूकता अभियान शुरू
स्वास्थ्य विभाग ने पूरे राज्य में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जनजागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है। विशेष रूप से बुजुर्गों और प्रतिरक्षा कमजोर लोगों के स्वास्थ्य पर ध्यान देने की अपील की गई है। साथ ही, सड़क किनारे खाद्य विक्रेताओं को स्वच्छता के प्रति सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य व्यवस्था अलर्ट पर
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि कोरोना की वर्तमान स्थिति भले ही नियंत्रण में हो, लेकिन राज्य की स्वास्थ्य प्रणाली पूरी तरह सतर्क है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।