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निर्माणाधीन मकान की छत गिरने से मजदूर की मौत, दो घायल
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बड़गड़ कैनाल मार्ग पर 30 फीट सड़क धंसी, लोगों में आक्रोश
भुवनेश्वर। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में मंगलवार को हुई तेज बारिश ने नगर की आधारभूत संरचनाओं की पोल खोलकर रख दी। भारी बारिश के कारण बड़गड़ कैनाल मार्ग की सड़क बारिश के कारण करीब 30 फीट तक धंस गई और लिंगराज विहार इलाके में एक निर्माणाधीन मकान की छत गिर जाने से एक मजदूर की मौके पर मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
बताया जाता है कि तेज बारिश के बाद बड़गड़ कैनाल मार्ग का एक बड़ा हिस्सा अचानक धंस गया, जिससे इलाके का मुख्य सड़क संपर्क टूट गया। घटना के बाद बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर जमा हो गए और उन्होंने प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जाहिर की।
मेयर सुलोचना दास को लोगों ने घेरा
घटना की सूचना मिलते ही भुवनेश्वर की मेयर सुलोचना दास मौके पर पहुंचीं, लेकिन स्थानीय लोगों ने उन्हें घेर लिया और अपनी समस्याओं से अवगत कराया। लोगों ने आरोप लगाया कि हर साल बारिश के समय यही स्थिति बनती है, लेकिन सिंचाई विभाग और नगर प्रशासन समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाते।
बारिश के दौरान घरों में घुसता है पानी
एक स्थानीय निवासी ने गुस्से में कहा कि हर साल घरों में पानी घुसने के बाद ही विभाग जागता है। इस बार भी उन्होंने कोई तैयारी नहीं की थी और अब कह रहे हैं कि फंड नहीं है।
इस पर सिंचाई विभाग के एक अधिकारी ने सफाई देते हुए कहा कि हर साल मानसून से पहले नहरों की सफाई की जाती है, लेकिन इस बार सायफन बदलने की प्रक्रिया के कारण देरी हुई। सड़क धंसना एक दुर्घटना थी, और मरम्मत कार्य जल्द किया जाएगा।
मेयर ने सिंचाई विभाग को जिम्मेदार बताया
मेयर सुलोचना दास ने भी कहा कि यह सिंचाई विभाग की जिम्मेदारी है और हमने कई बार उन्हें पत्र लिखकर चेताया है। अब समय है कि जवाबदेही तय हो।
लिंगराज विहार में निर्माण कार्य के दौरान छत गिरी
इसी दिन एक अन्य घटना में भुवनेश्वर के पोखरीपुट स्थित लिंगराज विहार इलाके में एक मकान की मरम्मत के दौरान छत गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के समय तीनों मजदूर पुराने मकान की छत की मरम्मत का कार्य कर रहे थे, जब अचानक वह ढह गई।
स्थानीय लोगों ने बताया कि हादसे के बाद तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और मलबे से तीनों मजदूरों को निकाला गया। एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने शुरू की जांच
पोखरीपुट थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि मकान पुराना और जर्जर अवस्था में था, और निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई हो सकती है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की विस्तृत जांच जारी है।
लगातार हो रहे हादसे, बुनियादी ढांचे पर उठे सवाल
गौरतलब है कि बीते महीने भी कटक में काठाझोरी नदी पर बन रहे पुल के निर्माण कार्य के दौरान एक बड़ा हादसा हुआ था, जिसमें एक अभियंता समेत तीन लोगों की मौत हुई थी। अब भुवनेश्वर में हुई यह दोहरी घटना हुई है। इससे स्पस्ट है कि बारिश के समय निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और नगर के आधारभूत ढांचे की निगरानी में भारी खामियां हैं।
नगरवासियों का कहना है कि अगर प्रशासन समय रहते चेत जाए और सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन करवाए, तो ऐसे हादसों को रोका जा सकता है। अब देखना होगा कि प्रशासन इन घटनाओं से सबक लेकर ठोस कदम उठाता है या फिर हर साल की तरह केवल बयानबाजी कर जिम्मेदारी से बचने का प्रयास करता है।