-
माओवादियों के खिलाफ बड़ी सफलता
-
खुफिया इनपुट के आधार पर चला था संयुक्त तलाशी अभियान
भुवनेश्वर/राउरकेला। ओडिशा-झारखंड सीमा पर स्थित सारंडा जंगल में सुरक्षा बलों को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) और सीओब्रा (कोबरा) यूनिट की संयुक्त कार्रवाई में बुधवार को जंगल से 700 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री बरामद की गई।
बताया गया है कि सुरक्षा बलों ने गुप्त सूचना के आधार पर सारंडा के घने जंगलों में एक सुनियोजित कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू किया था। इस दौरान माओवादियों द्वारा छिपाए गए भारी मात्रा में विस्फोटक जब्त किए गए। बरामद सामग्री में डेटोनेटर, जिलेटिन रॉड्स, कोर्डेक्स वायर और अन्य खतरनाक विस्फोटक शामिल हैं, जिनका इस्तेमाल सुरक्षा बलों पर हमला या बम निर्माण में किया जा सकता था।
माओवादी गतिविधियों पर करारा प्रहार
गौरतलब है कि यह बरामदगी ऐसे समय पर हुई है जब हाल ही में माओवादियों ने सुंदरगढ़ जिले में एक विस्फोटक से लदा ट्रक लूट लिया था। उस ट्रक को 27 मई को अगवा कर सारंडा जंगल की ओर ले जाया गया था।
इसके बाद सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके में अभियान तेज कर दिया। पिछले कुछ दिनों में इसी जंगल से 2.5 टन विस्फोटक पहले ही बरामद किए जा चुके हैं, जो लूटे गए ट्रक से संबंधित बताए जा रहे हैं। बुधवार को 700 किलोग्राम विस्फोटकों की बरामदगी से यह स्पष्ट है कि माओवादी इस इलाके में बड़ी साजिश रच रहे थे।
सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता से टली बड़ी साजिश
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह विस्फोटक माओवादियों के हाथों सक्रिय उपयोग में आ जाते, तो इससे सुरक्षा बलों को भारी नुकसान पहुंच सकता था। लेकिन सुरक्षा बलों की सतर्कता और सूझबूझ ने एक बड़ी घटना को टाल दिया।
क्षेत्र में ऑपरेशन जारी
सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि माओवाद प्रभावित सरंडा जंगल क्षेत्र में तलाशी अभियान अभी भी जारी है। इलाके में माओवादियों की मौजूदगी को लेकर अलर्ट जारी किया गया है और स्थानीय गांवों में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह बरामदगी माओवादियों की गतिविधियों पर रोक लगाने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है। हमारा ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक पूरे इलाके को माओवाद मुक्त नहीं किया जाता।