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74 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस
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धर्मेंद्र प्रधान, मोहन माझी और नवीन पटनायक ने जताया शोक
भुवनेश्वर। भाजपा के ओडिशा में पहले विधायक रहे वरिष्ठ नेता प्रसन्न पटनायक का गुरुवार रात निधन हो गया। 74 वर्षीय पटनायक पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे और भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। उनके निधन से ओडिशा की राजनीति में शोक की लहर दौड़ गई है।
कमाख्यानगर से विधायक रहे प्रसन्न पटनायक को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ओडिशा में पहले विधायक बनने का गौरव प्राप्त था। उन्होंने राज्य में पार्टी की जड़ें मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई थी। उनके निधन से न केवल भाजपा बल्कि अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी गहरा शोक जताया है।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उन्हें याद करते हुए लिखा कि पार्टी के कर्मठ, समर्पित और सादगीपूर्ण जीवन जीने वाले नेता प्रसन्न पटनायक के निधन से अत्यंत दुखी हूं। शिक्षा और क्षेत्रीय विकास में उनका योगदान अमिट है। पार्टी ने एक कुशल नेता को खो दिया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
ओडिशा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि प्रसन्न पटनायक का जनसेवा के क्षेत्र में योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। उन्होंने जनता के हित में हमेशा काम किया और एक जनप्रिय नेता के रूप में पहचाने जाते थे।
मुख्यमंत्री मोहन माझी ने भी उनके निधन पर गहरा शोक जताया और कहा कि पटनायक जी ने भाजपा को ओडिशा में पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनका जाना राज्य की राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके निधन से ओडिशा की राजनीति में एक युग का अंत माना जा रहा है।