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साल 2036 तक शहरी कायाकल्प की दिशा में सरकार ने उठाया बड़ा कदम
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नागरिक केंद्रित और सुदृढ़ शहरों के विकास के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ समझौता
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने शहरी विकास को एक नई दिशा देने के उद्देश्य से आज ‘अंकुर’ (अटल नेटवर्क फॉर नॉलेज, अर्बनाइजेशन एंड रिफॉर्म) की औपचारिक शुरुआत की। यह रणनीतिक पहल राज्य भर में समावेशी, सतत और नवोन्मेषी शहरी विकास को गति देने के लिए तैयार की गई है। ‘अंकुर’ की परिकल्पना विकसित भारत @2047 की राष्ट्रीय सोच के अनुरूप तथा ओडिशा के शहरी भविष्य को ध्यान में रखकर की गई है।
इस अवसर पर आवास एवं शहरी विकास विभाग ने शहरी विकास के क्षेत्र में कार्यरत छह प्रमुख राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। यह पहल तेजी से बढ़ते शहरीकरण की चुनौतियों और अवसरों से निपटने के लिए एक साझा, दूरदर्शी दृष्टिकोण को दर्शाती है।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ कृष्ण चंद्र महापात्र, मंत्री, आवास एवं शहरी विकास, ने कहा कि अंकुर’ एक सामूहिक वादा है- ऐसे शहरों के निर्माण का जो प्रभावी, स्मार्ट और सबसे महत्वपूर्ण, नागरिकों के केंद्र में हों। यह केवल एक परियोजना नहीं, बल्कि विकसित ओडिशा की दिशा में एक आंदोलन है, जिसे समुदायों, संस्थानों और सरकार ने मिलकर तैयार किया है।
प्रारंभिक संबोधन में विभाग की प्रमुख सचिव उषा पाढ़ी ने ‘अंकुर’ की पृष्ठभूमि और उद्देश्य को रेखांकित करते हुए कहा कि अंकुर’ की उत्पत्ति किसी एक क्षण की नहीं, बल्कि कई संवादों, विचार-विमर्शों और सहयोगों की परिणति है। ओडिशा में बढ़ते शहरीकरण की गति और जटिलता को देखते हुए हमें नई सोच, नई साझेदारियों और नए मंचों की आवश्यकता महसूस हुई। इसी सोच से अंकुर का जन्म हुआ।