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अधिक सक्रिय होकर एक चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र में हुआ तब्दील
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24 घंटे में डिप्रेशन में बदलने की संभावना
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ओडिशा में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना, अलर्ट जारी
भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना निम्न दबाव क्षेत्र बुधवार को और अधिक सक्रिय होकर एक चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र में तब्दील हो गया है। मौसम विभाग ने बताया कि यह प्रणाली अगले 24 घंटों में और तेज होकर एक डिप्रेशन का रूप ले सकती है। इसके प्रभाव से ओडिशा में आगामी 31 मई तक भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना जताई गई है, जिसके साथ आंधी-तूफान और तेज़ हवाएं चल सकती हैं।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राज्य के कई ज़िलों के लिए चेतावनी जारी करते हुए संभावित गंभीर मौसम के प्रति सचेत रहने को कहा है। ओडिशा में इस समय मानसूनी गतिविधियों में तेजी आने के कारण जून महीने में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है।
जून में सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने मीडिया को दिए गए एक साक्षात्कार में कहा है कि ओडिशा में जून महीने में सामान्य से अधिक वर्षा हो सकती है। बंगाल की खाड़ी में बन रही प्रणाली के कारण मानसून की गति तेज हो गई है, जिससे अगले दो से तीन दिनों में राज्य के कुछ हिस्सों में मानसून पहुंच जाएगा।
पूरे राज्य में सतर्कता, मानसून की तेजी से होगी दस्तक
इस चेतावनी को देखते हुए ओडिशा सरकार ने सभी जिलों को सतर्क कर दिया है। भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा कि अब ओडिशा में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगमन के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो गई हैं।
जिलों को तैयार रहने का निर्देश
विशेष राहत आयुक्त कार्यालय ने सभी जिला प्रशासन को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने और वर्षा, आंधी, तूफान, ओलावृष्टि, बिजली गिरने से हुए नुकसान की त्वरित सूचना देने के निर्देश दिए हैं।
मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह
मौसम विभाग ने मछुआरों को 29 मई से 1 जून के बीच गहरे समुद्र में न जाने की सख्त चेतावनी दी है। यह निर्देश मछुआरों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दिया गया है, ताकि संभावित तूफानी परिस्थितियों में जनहानि से बचा जा सके।