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फरार राजा नायक व राहुल नायक की तलाश जारी, पुलिस ‘एक्शन मोड’ में
भुवनेश्वर। सहदेव नायक हत्याकांड में शामिल आरोपियों के खिलाफ भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) और कमिश्नरेट पुलिस ने शुक्रवार को सख्त कार्रवाई करते हुए केदारपाली क्षेत्र में स्थित एक आरोपी के मकान को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। पूरे अभियान के दौरान भारी पुलिस बल की तैनाती रही।
बीएमसी की यह कार्रवाई राज्य की राजधानी में अपराध के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस नीति’ का प्रतीक मानी जा रही है। आरोपियों राजा नायक और राहुल नायक अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस पूरी मुस्तैदी से जुटी है।
हत्या की दिल दहला देने वाली वारदात
गौरतलब है कि 8 जनवरी 2025 को, रासुलगढ़-वाणी विहार फ्लाईओवर पर सहदेव नायक की निर्मम हत्या कर दी गई थी। मामले में मुख्य आरोपिता लिपिका नायक ने पुरुष वेश में खुद को छिपाया और सुसंत नायक के साथ बाइक पर सवार होकर सहदेव का पीछा किया। फिर फ्लाईओवर पर मछेती (कतरनी चाकू) से उसका सिर काट दिया गया।
आरोपी सुसंत की गिरफ्तारी
इस मामले में पहली बड़ी सफलता 1 मार्च 2025 को मिली, जब कट्टक के कन्हपुर इलाके से सुसंत नायक उर्फ सुसै को गिरफ्तार किया गया। वह हत्या में लिपिका का सहयोगी था और फरार चल रहा था।
हत्या की साजिश
पुलिस के अनुसार, हत्या की पूरी साजिश लिपिका नायक और उसके पति लक्ष्मीधर नायक ने मिलकर रची थी। लिपिका को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस की माने तो साजिश व्यक्तिगत रंजिश और बदले की भावना से प्रेरित थी।
प्रशासन की सख्ती बढ़ी
बीएमसी और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में आरोपी का मकान पूरी तरह मलबे में तब्दील कर दिया गया। इस कार्रवाई ने राजधानी में इस बात पर बहस छेड़ दी है कि क्या ऐसी कार्रवाई कानूनी रूप से उचित है या महज प्रतीकात्मक सख्ती।
हालांकि प्रशासन ने चुप्पी साधी है और स्थानीय पुलिस और बीएमसी की ओर से कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।