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ओडिशा में भारी बारिश की चेतावनी जारी
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अरब सागर में भी सक्रिय हुआ एक और सिस्टम
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36 घंटे में डिप्रेशन बनने की संभावना
भुवनेश्वर। 27 मई के आसपास बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य और उत्तरवर्ती क्षेत्रों में एक निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना है। अगले दो दिनों में यह और अधिक तीव्र हो सकता है और इसके प्रभाव से ओडिशा सहित पूर्वी भारत के कई हिस्सों में भारी वर्षा हो सकती है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि बंगाल की खाड़ी में मौसम की स्थितियां निम्न दबाव क्षेत्र के विकास के लिए अनुकूल होती जा रही हैं। मॉडल्स के बीच तीव्रता और दिशा को लेकर भिन्नता है, लेकिन 27 मई के आसपास इसके बनने और अगले दो दिनों में तीव्र होने की संभावना पर आम सहमति है।
संभावित असर:
- ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में मौसम में बड़ा बदलाव हो सकता है।
- भारी बारिश, तेज़ हवाएं और समुद्री लहरों में उछाल की संभावना।
- तटीय जिलों के प्रशासन को सतर्क रहने और तैयारियां चाक-चौबंद रखने की सलाह।
- मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी, विशेष रूप से बंगाल की खाड़ी के प्रभावित क्षेत्रों में।
आईएमडी के अनुसार, यह सिस्टम अगले 48 घंटों में तीव्र रूप लेकर चक्रवात का रूप भी ले सकता है, हालांकि इस पर अभी अंतिम पुष्टि नहीं हुई है।
अरब सागर में भी सक्रिय एक और सिस्टम
इसके साथ ही पूर्वी-मध्य अरब सागर में पहले से एक और निम्न दबाव क्षेत्र सक्रिय है, जो अगले 36 घंटों में डिप्रेशन में तब्दील हो सकता है। यह सिस्टम उत्तर दिशा की ओर बढ़ते हुए और अधिक ताकतवर हो सकता है।
मौसम विभाग ने कहा है कि अरब सागर का यह सिस्टम भी भारत के पश्चिमी तटीय इलाकों में प्रभाव डाल सकता है, हालांकि इसका सीधा असर ओडिशा पर नहीं पड़ेगा।
आईएमडी ने दी सलाह
- तटीय जिलों के लोग सरकारी निर्देशों का पालन करें।
- मछुआरे और नाविक मौसम अपडेट के लिए नियमित रूप से आईएमडी की वेबसाइट या रेडियो/टीवी पर ध्यान दें।
- स्थानीय प्रशासन को आपदा प्रबंधन तैयारियों की समीक्षा करनी चाहिए।