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ओडिशा में औद्योगिक अवसंरचना और निवेश को बढ़ावा देने पर दिया जोर
जाजपुर। ओडिशा को आत्मनिर्भर और औद्योगिक दृष्टि से सशक्त राज्य बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मंगलवार को कालिंगानगर (जाजपुर) में देश-विदेश से आए प्रमुख उद्योगपतियों के साथ संवाद किया। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने राज्य में औद्योगिक अवसंरचना के विस्तार, अधिक निवेश आकर्षित करने और युवाओं को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओडिशा अब केवल परंपरा और सांस्कृतिक विरासत का राज्य नहीं रहा, बल्कि यह निवेश और औद्योगिक विकास की असीम संभावनाओं की धरती बन चुका है। राज्य सरकार तेजी से उद्योगों के लिए आवश्यक भूमि, जल, बिजली, सड़क और बंदरगाह जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। निवेशकों का भरोसा हमारी सबसे बड़ी ताकत है।
उन्होंने यह भी कहा कि कालिंगानगर को औद्योगिक राजधानी के रूप में विकसित करने की दिशा में राज्य सरकार ठोस कदम उठा रही है। हम एक ऐसी व्यवस्था बना रहे हैं, जहाँ उद्योगों की स्थापना न केवल सुगम हो, बल्कि स्थानीय लोगों को उसका सीधा लाभ मिले। इससे एक ओर राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी, वहीं दूसरी ओर हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों से आग्रह किया कि वे राज्य में और अधिक निवेश करें और ओडिशा की युवा शक्ति को एक नई दिशा दें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य सरकार ‘एकल खिड़की’ प्रणाली के माध्यम से सभी प्रकार की अनुमतियों और सेवाओं को त्वरित गति से उपलब्ध कराने के लिए तत्पर है।
इस बैठक में उद्योग मंत्री संपद चंद्र स्वाईं, जाजपुर सांसद रवींद्र नारायण बेहरा, उद्योग विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण एवं देश-विदेश की अनेक प्रमुख कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। बैठक के दौरान उद्योगपतियों ने भी ओडिशा सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और राज्य में निवेश बढ़ाने की अपनी रुचि जताई।