-
संवेदनशील मुख्यमंत्री ने सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए 14 लोगों को तुरंत दी 13 लाख 50 हजार रुपये की सहायता
-
भुवनेश्वर में मुख्यमंत्री की 11वीं जनसुनवाई
-
मुख्यमंत्री के साथ 6 मंत्री, विभागीय सचिव एवं अधिकारी उपस्थित रहे
-
पिछले दस चरणों में प्राप्त शिकायतों में से 85% का हुआ समाधान
-
गरीब और असहायों को सहायता देना हमारी सरकार की प्राथमिकता है – मुख्यमंत्री
भुवनेश्वर। ओडिशा में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की जनसुवाई में लोगों का भरोसा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। संवेदनशील मुख्यमंत्री ने सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए 14 लोगों को तुरंत 13 लाख 50 हजार रुपये की सहायता दी है।
सोमवार को मुख्यमंत्री द्वारा शिकायत सुने जाने की 11वीं पाली थी। जनता की सरकार, जनता के साथ है और उनकी शिकायतों के त्वरित समाधान के लिए कदम उठा रही है। भुवनेश्वर के यूनिट-2 स्थित नए शिकायत प्रकोष्ठ में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने आम लोगों की समस्याएं और दुख-दर्द सुने तथा समाधान और राहत के लिए तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए।
1000 शिकायतकर्ताओं ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया
करीब 1000 शिकायतकर्ताओं ने ऑनलाइन माध्यम से पंजीकरण कराया था। मुख्यमंत्री के साथ-साथ कैबिनेट के 6 वरिष्ठ मंत्री भी इस सुनवाई में शामिल हुए। अतिरिक्त मुख्य सचिव और सचिव स्तर के अधिकारी कार्यक्रम के संचालन में उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने आमजन की शिकायतें सुनकर संबंधित विभागों के मंत्रियों और सचिवों को उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। लोग सीधे मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी आपत्ति और शिकायतें साझा कर आत्मसंतोष के साथ लौट रहे थे। मुख्यमंत्री की बातें वहां उपस्थित लोगों को गहराई से प्रभावित कर रही थीं और उनके चेहरों पर सुशासन की अनुभूति झलक रही थी।
पहले दिव्यांगों व बीमारियों से पीड़ितों से मिले सीएम
हर बार की तरह इस बार भी मुख्यमंत्री ने सुबह सबसे पहले बाहर इंतजार कर रहे दिव्यांग और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों से भेंट कर उनकी समस्याएं सुनीं।
सिंगल विंडो सिस्टम के तहत असाध्य और गंभीर बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों को मुख्यमंत्री राहत कोष से तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की गई है।
मौके पर मिली सहायता राशि
इस सिस्टम के माध्यम से चिकित्सा खर्च के लिए नयागढ़ के संतोष बिश्वाल, कटक के प्रशांत पंडा व सुरेश कुमार जेना को को 50 -50 हजार रुपये की सहायता प्रदान की गई। इसी तरह जाजपुर के विष्णुचरण साहू. भद्रक के लक्ष्मीधर सेठी, कटक के सात्त्विक कर, मयूरभंज की सुनीता चौधरी, बौध जिले के नीलकंठ प्रधान और यदुमणि कर्मी, गंजाम की छाया नायक, भद्रक की बुद्धिया मंडल, नबरंगपुर की कमला नायक, खुर्दा के कैलाश पलेई को को एक–एक लाख रुपये केंदुझर के नवीन कुमार सेठी को 2,00,000 रुपये की राशि प्रदान की गई। इस प्रकार कुल 14 व्यक्तियों को 13,50,000 की सहायता मुख्यमंत्री द्वारा प्रदान की गई।
क्षेत्रीय स्तर पर भी जनसुनवाई कार्यक्रम होंगे
मुख्यमंत्री ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जनसुनवाई कार्यक्रम पर लोगों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है। लोग अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर हमारे पास आ रहे हैं। हम इस कार्यक्रम को इसलिए जारी रखे हुए हैं ताकि लोगों को निरंतर न्याय मिल सके। हमारी सरकार लगातार जनता की शिकायतें सुन रही है और उनके समाधान के लिए ठोस कदम उठा रही है। इस माध्यम से गरीब और असहाय लोगों को सहायता प्रदान की जा रही है। आने वाले दिनों में क्षेत्रीय स्तर पर भी मुख्यमंत्री जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
दसवीं कड़ी तक कुल 10,234 शिकायतें प्राप्त
अब तक इस जनसुनवाई कार्यक्रम की दसवीं कड़ी तक कुल 10,234 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 8,713 शिकायतों का समाधान किया गया है, जो कि लगभग 85 प्रतिशत है। शेष शिकायतें प्रक्रिया में हैं। जनसुनवाई में मुख्यमंत्री के साथ कई वरिष्ठ मंत्री उपस्थित थे। इनमें सुरेश पुजारी, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री, डॉ कृष्णचंद्र महापात्र, आवास एवं शहरी विकास मंत्री, नित्यानंद गोंड, विद्यालय एवं जनशिक्षा, सामाजिक सुरक्षा एवं दिव्यांग सशक्तिकरण, अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जाति विकास मंत्री, सम्पद चंद्र स्वाईं, उद्योग मंत्री, प्रदीप बल सामंत, सहकारिता, हस्ततंतु, बुनकर एवं हस्तशिल्प मंत्री एवं गणेश राम सिंह खुंटिया, वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन, श्रम एवं कर्मचारी राज्य बीमा मंत्री शामिल थे।
इसके अलावा, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सत्यव्रत साहू, सामान्य प्रशासन एवं शिकायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुरेन्द्र कुमार तथा अन्य विभागों के सचिव स्तर के वरिष्ठ अधिकारी भी कार्यक्रम में उपस्थित रहकर इसके संचालन में शामिल हुए।