-
पिछड़े वर्गों को प्राथमिकता देने के फैसले पर भाजपा और विपक्ष आमने-सामने
भुवनेश्वर। ओडिशा में आगामी दिनों में जातिगत जनगणना की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है, जिसमें राज्य सरकार द्वारा सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों को प्राथमिकता देने की बात कही गई है। इस पहल को लेकर जहां सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने इसे ऐतिहासिक कदम बताया है, वहीं विपक्षी बीजद (बीजू जनता दल) और कांग्रेस पर लोगों को भ्रमित करने के आरोप लगाए हैं।
मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में ओडिशा भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल ने कहा कि इस जनगणना का उद्देश्य पिछड़े वर्गों की सही पहचान कर उन्हें आरक्षण और अन्य लाभों में प्राथमिकता देना है।
विपक्ष पर तीखा हमला
सामल ने कहा कि जो लोग केवल विरोध करने के लिए विरोध कर रहे हैं, उन्हें पहले आत्ममंथन करना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि लंबे समय तक सत्ता में रहने के बावजूद कांग्रेस और बीजद इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठा सके। उन्होंने दोनों दलों पर ‘घड़ियाली आंसू’ बहाने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज जब भाजपा सरकार इस दिशा में ठोस पहल कर रही है, तब ये दल केवल बयानबाजी कर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
मंडल आयोग को लेकर विपक्ष की भूमिका पर सवाल
सामल ने कहा कि भाजपा शुरू से ही मंडल आयोग की सिफारिशों का समर्थन करती रही है। लेकिन बीजद और कांग्रेस की भूमिका शुरू से दोगली रही है। बीजद के दिवंगत नेता बीजू पटनायक ने तो मंडल आयोग की सिफारिशों के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। बाद में इन दलों ने केवल दिखावे के लिए समर्थन का ढोंग किया।
जनता को गुमराह करने का आरोप
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अब जब उनकी सरकार ने इस दिशा में ठोस कदम उठाया है, तो विरोधी दल तरह-तरह की बातें करके लोगों को भ्रमित करने में लगे हैं।
सपष्ट रुख और कार्य के प्रति प्रतिबद्धता
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोषणापत्र में जो वादे किए थे, उन्हें सरकार ने ईमानदारी से पूरा करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है। जातिगत जनगणना उसी कड़ी का हिस्सा है।
विपक्ष ने साधी चुप्पी
भाजपा अध्यक्ष के इन तीखे आरोपों पर अब तक बीजद और कांग्रेस की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।