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ओडिशा के श्रम मंत्री गणेश राम सिंहखुंटिया ने की घोषणा
भुवनेश्वर। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में जल्द ही श्रमिक सहायता डेस्क की स्थापना होगी। ओडिशा के श्रम मंत्री गणेश राम सिंहखुंटिया ने यह घोषणा की।
ओडिशा के श्रम मंत्री गणेश राम सिंहखुंटिया ने शनिवार को भुवनेश्वर के नयापल्ली का दौरा किया और चल रहे श्रमिक हाट में श्रमिकों के साथ चर्चा की। मंत्री ने श्रमिकों से सीधे संपर्क कर उनकी समस्याओं को समझा और उनके कल्याण के लिए इलाके में एक समर्पित सहायता डेस्क खोलने की घोषणा की।
यह सहायता डेस्क श्रमिक साथी मोबाइल एप्लिकेशन के उपयोग, जॉब कार्ड सुविधाओं तक पहुंच और अन्य संबंधित लाभों के बारे में सहायता प्रदान करेगी। मंत्री ने आश्वासन दिया कि श्रमिकों के सामने आने वाले सभी लंबित मुद्दों को एक महीने के भीतर हल कर दिया जाएगा। मंत्री ने त्वरित समाधान और क्षेत्र-स्तरीय सुधार का वादा किया
गणेश राम सिंहखुंटिया ने कहा कि मैंने आज यह देखने के लिए दौरा किया कि हमारा विभाग क्षेत्र में सही तरीके से काम कर रहा है या नहीं और स्थिति का आकलन किया। हमारी भाजपा सरकार चाहती है कि सभी योजनाएँ गाँवों के हर कोने तक पहुँचें और ग्रामीणों को उनके लिए उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जागरूक किया जाए। यहाँ पहुँचने के बाद मैं यह जानना चाहता था कि क्या हमारा विभाग ओडिशा के मज़दूरों को उन सुविधाओं के बारे में जागरूक करने में सक्षम है जिनका वे लाभ उठा सकते हैं और जो उनके लिए उपलब्ध हैं।
90% मजदूरों को योजनाओं के बारे में कोई जानकारी
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से, 90% लोगों को इनके बारे में कोई जानकारी नहीं है। विभाग के अधिकारी भी स्थिति का आकलन करने के लिए यहाँ हैं। कल से, शिविरों का आयोजन किया जाएगा, और हम मौके पर ही पंजीकरण करना चाहेंगे। विभिन्न क्षेत्रों के लोग जिन्होंने विवाह लाभ, मृत्यु लाभ या अन्य के लिए आवेदन किया है, वे बिना किसी समस्या के इनका लाभ उठा सकेंगे।
50 लाख मजदूरों का अभी भी पंजीकरण नहीं
मंत्री ने कहा कि 50 लाख मजदूरों का अभी भी पंजीकरण नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि आज मुझे जो फीडबैक मिला, वह महत्वपूर्ण था। यह बहुत बड़ी चुनौती है कि इतनी बड़ी संख्या में लोग ऐसे हैं जो योजनाओं के बारे में नहीं जानते और उनके लिए बनाई गई योजनाओं में पंजीकृत नहीं हैं। ओडिशा में 50 लाख मजदूर हैं, लेकिन ये लोग इसमें शामिल नहीं हैं।
आश्रय तथा सुरक्षा की मांग
मजदूरों ने अपनी शिकायतें साझा कीं और आश्रय तथा सुरक्षा की मांग की। मंत्री से मिलने वाले एक मजदूर ने कहा कि मैंने मंत्री से मुलाकात की और उन्हें अपनी परेशानी बताई। मैंने उन्हें बताया कि मेरे पास मजदूर कार्ड नहीं है, मैं यहां काम करता हूं और रात में फुटपाथ पर सोता हूं। उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि मेरा मजदूर कार्ड बन जाएगा और मैं सुविधाओं का लाभ उठा पाऊंगा।
वादे अच्छे हैं, लेकिन लागू होने पर होगा भरोसा
एक अन्य मजदूर ने कहा कि वादे अच्छे हैं, लेकिन इनके लागू होने के बाद हमें भरोसा होगा और फुटपाथ पर रहने वाले इन सभी मजदूरों को रहने के लिए जगह मिलेगी और वे अन्य लाभ उठा पाएंगे।