बलांगीर। ओडिशा के बलांगीर ज़िले के खापरखोल और तुरेकेला थाना क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने माओवादियों का एक कैंप ध्वस्त कर दिया। कार्रवाई में भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जब्त की गई है। यह ऑपरेशन पुलिस, जिला स्वैच्छिक बल (डीवीएफ) और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की संयुक्त टीम ने चलाया।
सूत्रों के अनुसार, खापरखोल थाना क्षेत्र के गंधमर्दन पहाड़ियों और तुरेकेला थाना क्षेत्र के छत्रदंडी वन क्षेत्र में माओवादियों की मौजूदगी की पुख्ता सूचना मिलने के बाद यह सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
छत्तीसगढ़ में दबाव, ओडिशा की ओर बढ़ते कदम
उत्तरी रेंज के आईजी हिमांशु लाल और बलांगीर एसपी अविलाश जी ने बताया कि हाल ही में छत्तीसगढ़ में ‘ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट’ के तहत माओवादी कैंपों पर हुए हमलों के बाद नक्सली ओडिशा की ओर पलायन कर रहे हैं। वे अब ओडिशा को सुरक्षित ठिकाना मानकर जंगल के रास्ते प्रवेश कर रहे हैं।
रणनीतिक कॉरिडोर बन रहा बलांगीर-बड़गड़-महासमुंद क्षेत्र
गंधमार्दन रिजर्व और छत्रदंडी जंगल क्षेत्र को माओवादियों के संचार मार्ग के तौर पर देखा जा रहा है। बलांगीर-बड़गड़-महासमुंद (बीबीएम) डिवीजन, जो छत्तीसगढ़ से सटा हुआ है, माओवादियों के लिए एक अहम कॉरिडोर बनता जा रहा है।
हमले की बड़ी साजिश का संकेत
छात्रदंडी वन क्षेत्र में माओवादियों की गतिविधि की सूचना पर बलांगीर पुलिस ने डीवीएफ और एसओजी के साथ मिलकर सघन तलाशी अभियान चलाया। हालांकि माओवादियों को पहले ही भनक लग गई और वे मौके से भाग निकले। लेकिन सुरक्षाबलों को वहां एक सक्रिय माओवादी कैंप मिला, जिसमें भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की गई।
आईजी हिमांशु लाल ने पुष्टि की कि बरामद विस्फोटकों की मात्रा से स्पष्ट है कि माओवादी किसी बड़े हमले की योजना बना रहे थे। हालांकि इस अभियान में कोई हताहत नहीं हुआ है।
आधिकारिक प्रेस वार्ता आज 16 मई को
बलांगीर एसपी अविलाश जी आज 16 मई को सुबह 11:30 बजे इस संबंध में विस्तृत जानकारी एक आधिकारिक प्रेस कांफ्रेंस में देंगे।