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प्रेम प्रसंग को लेकर हुआ था विवाद
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हादसे का रूप देने की हुई थी कोशिश
तालचेर। लांगीजोड़ा गांव के युवक विश्वजीत नायक की हत्या के रहस्य से पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। 27 अप्रैल को लापता हुए विश्वजीत का शव 8 दिन बाद एक नाले से बरामद हुआ था, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई थी। पुलिस ने जांच में पाया कि यह एक सुनियोजित हत्या थी, जिसे सड़क दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की गई थी।
जांच में सामने आया कि हत्या का कारण एक प्रेम प्रसंग को लेकर चला आ रहा विवाद था। मुख्य आरोपी आनंद नायक और सत्यप्रकाश नायक ने एक नया सिम कार्ड लेकर विश्वजीत को फोन कर बुलाया। फिर अपने कुछ साथियों के साथ उसे कार में अगवा कर एकदला गांव के पास जंगल क्षेत्र में ले गए, जो देउलाबेड़ा स्थित ग्रीन ग्रास स्टेडियम के पास है।
कोयला-लदे ट्रक का प्रयोग
इसके बाद वे विश्वजीत को शिवरामपुर के पास एक कोयला-लदे ट्रक के पिछले पहिये के पीछे लिटा दिया, जब ट्रक का ड्राइवर नींद से घबराकर वाहन स्टार्ट कर भागने लगा, तो विश्वजीत का सिर ट्रक से कुचल गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या को छुपाने के लिए आरोपियों ने शव और स्कूटर को पास के नाले में फेंक दिया, ताकि यह एक सड़क हादसे जैसा लगे।
मुख्य आरोपी आनंद नायक गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक राहुल जैन ने बताया कि वैज्ञानिक टीम, डॉग स्क्वॉड और साइबर विशेषज्ञों की मदद से मामले का खुलासा किया गया। मुख्य आरोपी आनंद नायक को गिरफ्तार कर लिया गया है और हत्या में प्रयुक्त कार को जब्त किया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
जैन ने कहा कि वैज्ञानिक साक्ष्य और तकनीकी सहायता से हमने केस सुलझा लिया है। मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया गया है और बाकी को भी जल्द पकड़ लिया जाएगा।