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अनुगूल में पिता-पुत्र, झारसुगुड़ा में एक और कोरापुट में तीन की गई जान
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दो अन्य की हालत गंभीर
भुवनेश्वर। ओडिशा में अचानक बदले मौसम के बीच आकाशीय बिजली कहर बनकर टूटी। इस दौरान तीन जिलों में छह लोगों की मौत हो गई है, जबकि दो अन्य की हालत गंभीर है।
जानकारी के अनुसार, अनुगूल में पिता-पुत्र, झारसुगुड़ा में एक और कोरापुट में तीन लोगों की जान गई है।
खेत में काम कर रहे थे सात लोग
मंगलवार को अनुगूल जिले के किशोरनगर ब्लॉक के नकाची पंचायत अंतर्गत ताकबा गांव में दोपहर बाद हुई। जानकारी के अनुसार बलिखामन गांव के निवासी प्रफुल्ल माझी (53) और उनका बेटा प्रवीण माझी (22), ताकबा गांव के बिरंची सेठी (31) और रानीभुइं गांव के अरुण बेहरा (58) सहित कुल सात मजदूर खेत में काम कर रहे थे।
अचानक गिरी बिजली
इस दौरान अचानक मौसम खराब हुआ और तेज आंधी-बारिश के साथ गरज-चमक शुरू हो गई। चार मजदूर पास के एक आम के पेड़ के नीचे शरण ले रहे थे, तभी आकाशीय बिजली गिर गई। बिजली गिरते ही सभी चारों लोग बेहोश होकर गिर पड़े। कुछ देर बाद अरुण बेहरा को होश आया और उन्होंने मदद के लिए आवाज लगाई।
गांव के लोग मौके पर पहुंचे और सभी को किशोरनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने प्रफुल्ल माझी और उनके बेटे प्रवीण माझी को मृत घोषित कर दिया। बिरंची सेठी और अरुण बेहरा की हालत गंभीर बनी हुई है।
झारसुगुड़ा के तरकसपुर में एक की मौत
एक अन्य घटना में झारसुगुड़ा जिले के ब्रजराजनगर थाना क्षेत्र के तरकसपुर इलाके में आकाशीय बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। हालांकि मृतक की पहचान अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है।
पत्नी की नजरों के सामने पति-बेटी की मौत
ओडिशा के कोरापुट जिले के अम्पाबली पंचायत स्थित कंधापुटाबंद गांव में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ। खेतों में काम कर रहे तीन लोगों की अचानक बिजली गिरने से मौत हो गई। मृतकों की पहचान गेमल कृष्णा, उनकी बेटी गेमल कामी और एक रिश्तेदार गेमल तुम्बाई के रूप में हुई है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अचानक आए तूफान और तेज गर्जना के चलते कृष्णा और उनकी बेटी पास के एक पेड़ के नीचे शरण ले रहे थे, तभी उन पर बिजली गिर गई, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। उसी समय कृष्णा की पत्नी वहां से कुछ दूरी पर थीं और इस वजह से वह बाल-बाल बच गईं। वहीं, एक अन्य खेत में काम कर रही गेमल तुम्बाई पर भी बिजली गिरी, जिससे उनकी भी जान चली गई। घटना की जानकारी मिलते ही सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष गलुंगु भोई और पेडापडु गांव के अन्य लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और मृतकों के शवों को पट्टांगी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा, जहां पोस्टमार्टम की व्यवस्था की गई।
पीड़ित परिवारों के लिए सरकारी सहायता की मांग
इस घटना के बाद जिला परिषद सदस्य लैच्छन खारा ने तहसीलदार देबेंद्र बहादुर सिंह धरुआ से मुलाकात की और पीड़ित परिवारों के लिए सरकारी सहायता की मांग की। तहसीलदार ने आश्वासन दिया कि जांच के बाद संबंधित परिवारों को राहत देने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। इस हादसे के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मौसम आपदा से निपटने के लिए और अधिक प्रभावी कदम उठाने की मांग की है।
प्रशासन ने जताया शोक, दी जाएगी सहायता
प्रशासन ने घटनाओं पर शोक जताया है और पीड़ित परिवारों को सरकारी सहायता देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक राज्य में गरज-चमक के साथ बारिश की चेतावनी दी है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।