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फंसे प्रवासी श्रमिकों को भोजन से लेकर छात्र-छात्राओं को आनलाइन क्लास, परिषद के कार्यकर्ताओं ने किया 312 युनिट रक्तदान
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परिषद के टेली डाक्टर योजना से 2 हजार लोग हुए लाभान्वित
भुवनेश्वर. कोरोना के संकट काल में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने उत्कल विपन्न सहायता समिति की सहायता में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में अनेक सेवा कार्य हाथ में लिया. इसमें राज्य में फंसे प्रवासी श्रमिकों व बस्तियों में भोजन उपलब्ध कराने के साथ-साथ विभिन्न राज्यों में फंसे ओडिशा के छात्रों की सहायता से लेकर जरुरतमंद लोगों को रक्तदान एवं छात्र छात्राओं के लिए आनलाइन क्लासें आदि शामिल हैं. विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री शशिकांत मिश्र ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि इस अवधि में परिषद द्वारा तीन हेल्पलाइन नंबर शुरु किये गये थे. इन हेल्पलाइन नंबरों के जरिये कुल 1761 काल सहायता के लिए आये थे. इनमें से 15 सौ मामलों में परिषद द्वारा समाधान किया गया. इसी तरह बाहर के राज्यों में फंसे ओडिशा के छात्र-छात्राओं के लिए भी सूचना मिलने पर परिषद के उन प्रदेशों के कार्यकर्ताओं द्वारा भोजन व अन्य जरुरी सामग्री उपलब्ध करवाये गये.
उन्होंने बताया कि लाकडाउन के पहले दिन से ही परिषद की ओर से टेली डाक्टर की व्यवस्था की गई थी तथा इनमें 19 एलोपैथी व 5 आयुर्वेदिक डाक्टरों के नाम, विभाग व फोन नंबर जारी किये गये थे. इसमें 2 हजार से अधिक लोगों ने लाभ लिया.
इसी तरह प्लस-2 की द्वितीय वर्ष परीक्षा के लिए छात्र-छात्राओं के पास शिक्षा को पहुंचाने के लिए विगत एक माह में स्ट़डी विथ एबीवीपी नाम से युट्यूब चैनल के माध्यम से वीडियो उपलब्ध करा रही है. इसी तरह रक्त के अभाव को ध्यान में रखकर परिषद की ओडिशा इकाई ने रक्तदाताओं की एक आनलाइन सूची तैयार कर आपातकालीन स्थिति में 312 युनिट रक्त विभिन्न अस्पतालों में प्रदान की गई है. मिश्र ने कहा कि कोरोना महामारी के समय लाकडाउन की अवधि में परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा मास्क, सेनिटाइजर, पानी की बोतलें, छात्र-छात्राओं को कापी, पेन व पेनसिल आदि उपलब्ध कराया गया.