भुवनेश्वर। राजस्व मंत्री श्री सुरेश पुजारी ने राज्य में उद्योगों द्वारा अनावश्यक रूप से अधिग्रहित भूमि को वर्षों तक बिना उपयोग के रखने पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि कई कंपनियों ने औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के नाम पर बड़ी मात्रा में भूमि अधिग्रहित की है, लेकिन 10 से 15 वर्षों के बाद भी उसका कोई उपयोग नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि इनमें से कई भूखंडों पर अब तक किसी भी प्रकार की औद्योगिक गतिविधि की शुरुआत नहीं हुई है। ज़मीन उद्योग लगाने के लिए ली गई थी, लेकिन अब तक कुछ भी नहीं हुआ।
उन्होंने बताया कि राजस्व विभाग को इस मामले की समीक्षा करने के लिए दो महीने की समयसीमा दी गई है। राज्य के सभी ज़िलाधिकारियों को अपने-अपने ज़िलों में ऐसे मामलों की पहचान करने और विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने बताया कि ये रिपोर्टें यह स्पष्ट करेंगी कि किस उद्योग ने कितनी ज़मीन अधिग्रहित की, उसमें से कितना औद्योगिक उपयोग में लाया गया है और कितना भाग बिना उपयोग के या दुरुपयोग की स्थिति में है।
मंत्री ने कहा कि इन रिपोर्टों के आधार पर राज्य सरकार कानून के अनुसार बिना उपयोग की गई ज़मीन को वापस लेने की कार्रवाई करेगी ।
