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रथयात्रा से पहले श्री मंदिर की सुरक्षा चाकचौबंद
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डीजीपी वाईबी खुरानिया ने लिया सुरक्षा व्यवस्था का जायजा
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एनएसजी भी कर चुकी है मंदिर की सुरक्षा जांच
पुरी। आगामी रथ यात्रा को देखते हुए ओडिशा सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ी है। सोमवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वाईबी खुरानिया ने पुरी स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर का दौरा कर सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान मंदिर परिसर के पास ‘वज्र’ नामक अत्याधुनिक बख्तरबंद वाहन की तैनाती की गई, जिसने श्रद्धालुओं और अधिकारियों के बीच सुरक्षा को लेकर विश्वास और दृढ़ता का संदेश दिया।
हालिया घटनाक्रम के मद्देनज़र सुरक्षा बढ़ाई गई
यह दौरा ऐसे समय हुआ है जब हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके जवाब में भारत द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के कारण भारत-पाक संबंधों में तनाव देखा गया। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियां पुरी जैसे संवेदनशील धार्मिक स्थलों पर पहले से ही सतर्क हो गई हैं।
हथियारबंद कमांडो और ‘वज्र’ वाहन तैनात
डीजीपी ने मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान बख्तरबंद वाहन ‘वज्र’ को मंदिर के बाहर गश्त करते देखा गया। इसके साथ ही आधुनिक हथियारों से लैस कमांडो भी मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में तैनात किए गए हैं।
भीड़ प्रबंधन और आपातकालीन तैयारियों की समीक्षा
डीजीपी खुरानिया ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बातचीत कर सुरक्षा तैयारियों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने सीसीटीवी निगरानी, भीड़ नियंत्रण की रणनीति, त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी), और स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय पर विशेष जोर दिया।
डीजीपी खुरानिया ने कहा कि रथयात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालु पुरी पहुंचते हैं। ऐसे में हमारी पहली प्राथमिकता सुरक्षा और आपात स्थिति से निपटने की पूर्ण तैयारी है।
पुलिस महानिदेशक खुर्निया ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भीड़ प्रबंधन, यातायात व्यवस्था और कानून-व्यवस्था से संबंधित विषयों पर चर्चा की, ताकि रथयात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और त्योहार का सुचारु संचालन सुनिश्चित किया जा सके।
समीक्षा बैठक पुरी के पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित हुई, जिसमें अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक संजय कुमार, अमिताभ ठाकुर, दयाल गंगवार, प्रवीण कुमार, अनूप साहू, पिनाकी मिश्र और एसपी विनीत अग्रवाल समेत कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।
पुलिस महानिदेशक ने मंदिर परिसर में सीसीटीवी निगरानी प्रणाली, रैपिड रिस्पांस टीमों की तैनाती, और स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय की स्थिति का भी जायजा लिया। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
एनएसजी टीम पहले ही कर चुकी है सुरक्षा ऑडिट
इससे पहले राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की एक टीम ने भी श्री जगन्नाथ मंदिर का दौरा कर सुरक्षा ऑडिट किया था। उन्होंने श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) और पुरी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर संभावित खतरों और तैयारियों पर चर्चा की थी।
आने वाले दिनों में और सख्त होंगे सुरक्षा प्रबंध
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए मॉक ड्रिल और सुरक्षा रिहर्सल की प्रक्रिया जारी है। आने वाले दिनों में सुरक्षा इंतज़ाम और सख्त किए जाएंगे ताकि रथ यात्रा शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हो सके।