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कहा-केवल पाठ्य पुस्तकों और कक्षा तक सीमित नहीं रहनी चाहिए शिक्षा
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छात्रों में जिज्ञासा जगाने, जीवन कौशल सिखाने और एक सुदृढ़ चरित्र के निर्माण में होनी चाहिए सहायक
भुवनेश्वर। ओडिशा के राज्यपाल डॉ हरि बाबू कंभमपति ने कहा है कि एक मजबूत शिक्षा व्यवस्था किसी भी समावेशी और प्रगतिशील समाज की मूल नींव होती है। वे आज भुवनेश्वर में एक निजी चैनल द्वारा आयोजित “शिक्षा सम्मेलन” उत्कर्ष का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल ने कहा कि आज की शिक्षा केवल पाठ्य पुस्तकों और कक्षा तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि यह छात्रों में जिज्ञासा जगाने, जीवन कौशल सिखाने और एक सुदृढ़ चरित्र के निर्माण में सहायक होनी चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि आज के तेजी से बदलते विश्व में युवाओं को न केवल ज्ञान से लैस करना जरूरी है, बल्कि उन्हें परिस्थितियों के अनुसार ढलने और समाज के व्यापक हित में सामूहिक रूप से कार्य करने के लिए भी तैयार करना होगा।
राज्यपाल ने “उत्कर्ष” की सराहना करते हुए कहा कि यह केवल चर्चा का मंच नहीं, बल्कि शिक्षकों और संस्थानों को सशक्त करने का एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस सम्मेलन में प्रस्तुत सफलता की कहानियाँ अन्य शिक्षकों और संस्थानों के लिए प्रेरणा बनेंगी और ओडिशा में शिक्षा के उज्ज्वल भविष्य की दिशा तय करेंगी।
राज्यपाल ने इस आयोजन के लिए आयोजकों के प्रयासों की सराहना की और कहा कि यह मंच शिक्षा और युवाओं के भविष्य पर चर्चा के लिए एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान कर रहा है।
इस अवसर पर ईस्टर्न मीडिया लिमिटेड के चेयरमैन-सह-मैनेजिंग डायरेक्टर सौम्य रंजन पटनायक ने स्वागत भाषण देते हुए सम्मेलन के उद्देश्य और दृष्टिकोण को रेखांकित किया। उन्होंने सभी क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि यही प्रयास देश की प्रगति और समृद्धि को तेज करेगा। वरिष्ठ संपादक तनया पटनायक ने भी समारोह को संबोधित किया।