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10,000 रुपये के नकली नोटों के साथ एक आरोपी गिरफ्तार
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दूसरा आरोपी मौके से हुआ फरार
भद्रक। जिले में एक संदिग्ध नकली नोटों के रैकेट का खुलासा हुआ है। दो युवकों ने कथित तौर पर चहल-पहल वाले आनंद बाजार में नकली नोटों का इस्तेमाल करके सामान खरीदने की कोशिश की। दिनदहाड़े हुई इस घटना से बाजार में हड़कंप मच गया और स्थानीय निवासियों ने एक आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों युवक आनंद बाजार में एक दुकान पर पहुंचे और 200 रुपये के नोटों से सामान खरीदने की कोशिश की। दुकानदार को नोट की बनावट और छपाई में कुछ संदिग्ध लगा, इसलिए उसने इसकी प्रामाणिकता की जांच की। नोट को आस-पास के अन्य दुकानदारों और ग्राहकों को दिखाने पर पुष्टि हुई कि नोट वास्तव में नकली है।
दुकानदार उत्कलमणि पंडा ने बताया कि जब मैंने नोट को छुआ तो मुझे लगा कि कुछ गड़बड़ है और मैंने पास के दुकानदार से सलाह मांगी। युवक भागने लगा और किसी तरह हम उसे पकड़ने में कामयाब रहे और पुलिस को सूचना दी। उसके पास से 500 और 100 रुपये के करीब 10,000 रुपये के नकली नोट बरामद किए गए।
एक आरोपी की पिटाई
आरोपी को जब यह महसूस हुआ कि उनकी करतूत उजागर हो गई है, तो आरोपी युवकों में से एक तुरंत मौके से भागने में कामयाब रहा। हालांकि, दूसरे आरोपी की कोशिश विफल रही। धोखाधड़ी के प्रयास से गुस्साए स्थानीय निवासियों ने उसका पीछा किया, उसे पकड़ लिया और कथित तौर पर उसे स्थानीय पुलिस को सौंपने से पहले उसकी पिटाई की।
छोटी दुकानों में नकली नोटों को चलाने की कोशिश
सूचना मिलने के तुरंत बाद, भद्रक टाउन पुलिस स्टेशन से एक पुलिस दल मौके पर पहुंचा और आरोपी को हिरासत में ले लिया। उसके सामान की गहन तलाशी लेने पर 10,000 रुपये की नकली मुद्रा जब्त की गई। नकली नोटों में 100, 200 और 500 रुपये के नोट शामिल थे। पुलिस द्वारा की गई प्रारंभिक पूछताछ से पता चलता है कि आरोपी छोटी दुकानों में नकली नोटों को चलाने की कोशिश कर रहे थे, जहाँ पकड़े जाने की संभावना कम है।
बड़े नेटवर्क के शामिल होने की संभावना
सूत्रों से यह भी पता चलता है कि आरोपी नकली नोटों की छपाई और वितरण में शामिल एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकते हैं। मामले की जांच कर रहे एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमने मामला दर्ज कर लिया है और जब्त नकली नोटों को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है तथा फरार आरोपी और इन नोटों के स्रोत का पता लगाने के प्रयास जारी हैं। इस घटना से स्थानीय व्यापारियों में दहशत फैल गई है, जिन्हें अब क्षेत्र में नकली नोटों के व्यापक प्रसार का डर है। कई लोगों ने पुलिस और प्रशासन से भविष्य में इस तरह के प्रयासों को रोकने के लिए स्थानीय बाजारों में जागरूकता अभियान चलाने और मुद्रा सत्यापन उपकरण लगाने का आग्रह किया है। भद्रक पुलिस ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है और जिले में या उसके आसपास संचालित किसी भी बड़े नकली नोट नेटवर्क का पता लगाने के लिए गहन जाँच शुरू कर दी है।