-
अन्य आवश्यक क्षेत्रों में भी नई इकाइयों की स्थापना का निर्देश
-
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने की बड़ी घोषणा
-
युवाओं से स्वयंसेवक के रूप में जुड़ने की अपील की
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार राज्य में नागरिक सुरक्षा को सुदृढ़ करने और आपदा प्रबंधन तंत्र को मजबूत करने के लिए एक नई पहल की दिशा में अग्रसर है। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने राज्य में कार्यरत 12 सिविल डिफेंस इकाइयों के साथ-साथ अन्य आवश्यक क्षेत्रों में भी नई इकाइयों की स्थापना का निर्देश दिया है। इसके तहत राज्यभर में सिविल डिफेंस संगठनों का विस्तार किया जाएगा, जिससे सुरक्षा और सेवा की भावना को और प्रोत्साहन मिलेगा।
जीवन और संपत्ति की सुरक्षा सामूहिक जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री माझी ने ओडिशा के युवाओं से अपील की है कि वे सिविल डिफेंस संगठन में स्वयंसेवकों के रूप में जुड़ें और आपदा की घड़ी में आम जनता की सहायता के लिए तत्पर रहें। उन्होंने कहा कि जनसामान्य के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है और सुरक्षा एवं सेवा हमारा सर्वोच्च कर्तव्य है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा और सेवा राष्ट्रधर्म है। यह केवल एक कार्य नहीं बल्कि एक संकल्प है जो हर नागरिक को निभाना चाहिए। हमारे युवाओं में वह ऊर्जा और भावना है जो समाज की रक्षा और सेवा के लिए जरूरी है।
इच्छुक अभ्यर्थी कलेक्टर के पास दे सकते हैं आवेदन
मुख्यमंत्री ने युवाओं से राष्ट्रभक्ति और जनकल्याण की भावना के साथ आगे आने का आग्रह किया और बताया कि इच्छुक अभ्यर्थी अपने संबंधित जिलों के कलेक्टर के पास आवेदन कर सकते हैं, जो जिला स्तर पर सिविल डिफेंस के नियंत्रक के रूप में कार्य करते हैं।
स्वयंसेवकों को मिलेगा विशेष प्रशिक्षण
मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि सरकार की योजना के अनुसार, इन स्वयंसेवकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे आपातकालीन परिस्थितियों में प्रभावी ढंग से जनसेवा कर सकें। इससे न केवल राज्य की आपदा प्रतिक्रिया प्रणाली को मजबूती मिलेगी, बल्कि युवाओं के बीच सेवा और नागरिक उत्तरदायित्व की भावना को भी बल मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि ओडिशा के युवा इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे और सेवा तथा देशभक्ति की भावना के साथ राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को नई ऊंचाई तक पहुंचाएंगे।