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अगले 5 साल में 5 लाख रोजगार देने का लक्ष्य
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आजादी के 100 साल और ओडिशा राज्य स्थापना शताब्दी के मौके पर बनाएंगे समृद्ध ओडिशा – मुख्यमंत्री
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने राज्य के समग्र विकास के लिए विजन-2036 और मिशन-2047 तैयार कर लिया है। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह दस्तावेज ओडिशा को एक औद्योगिक शक्ति केंद्र में बदलने की दिशा में एक ठोस रोडमैप है। इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत अगले पांच वर्षों में 5 लाख युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य समग्र विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है। ओडिशा के पास अपार संभावनाएं हैं और उन्हें साकार करने के लिए हम पूरी कोशिश कर रहे हैं।
2036 और 2047 – दो ऐतिहासिक पड़ाव
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2036 में ओडिशा राज्य अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे करेगा, वहीं 2047 में भारत आजादी के 100 वर्ष पूरे करेगा। ये दोनों अवसर ओडिशा के लिए ऐतिहासिक हैं और एक नया ओडिशा गढ़ने का संकल्प लेने का उपयुक्त समय है।
गडकरी के दौरे के बाद मिला 9000 करोड़ अतिरिक्त प्रोजेक्ट
हाल ही में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ओडिशा का दौरा किया और एनएचएआई की कई परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने राज्य सरकार से पूछा कि इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए और क्या किया जा सकता है। राज्य सरकार ने 9000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त प्रस्ताव दिए और उसी दिन केंद्रीय मंत्री ने उसे स्वीकृति दी।
1 करोड़ रोजगार का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने बताया कि हमने 36 प्रमुख क्षेत्रों की पहचान की है जो ओडिशा के भविष्य को दिशा देंगे। हमारा लक्ष्य है कि 2036 तक ओडिशा की अर्थव्यवस्था 500 बिलियन डॉलर और 2047 तक 1.5 ट्रिलियन डॉलर की हो जाए। इसके साथ ही 2036 तक 1 करोड़ रोजगार और महिलाओं की 70% भागीदारी सुनिश्चित करने का संकल्प है।
जनभागीदारी से तैयार हुआ दस्तावेज
इस विजन डॉक्युमेंट को तैयार करने में 3.2 लाख लोगों की राय ली गई, जिनमें 50,000 से अधिक छात्र भी शामिल हैं। यह अब तक की सबसे व्यापक सार्वजनिक भागीदारी वाली योजना है। खास बात यह है कि ओडिशा देश का पहला राज्य है जो नागरिकों के सुझावों का विश्लेषण करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग कर रहा है।
बड़े लक्ष्य के लिए बड़ी सोच जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़े लक्ष्य के लिए बड़ी सोच जरूरी है। हमने 36 प्रमुख कार्यों की पहचान की है जिन्हें रणनीतिक रूप से लागू कर हम अपने सपनों का ओडिशा बना सकते हैं। यह विजन दस्तावेज समावेशी विकास, आर्थिक सशक्तिकरण और सांस्कृतिक गर्व का प्रतीक बनेगा।
यह योजना न केवल ओडिशा को विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि यह विकसित भारत के निर्माण में भी राज्य की निर्णायक भूमिका तय करेगी।
प्रमुख फोकस क्षेत्र
- आर्थिक विकास: टेक्सटाइल, फूड प्रोसेसिंग, आईटी और आईटीईएस जैसे क्षेत्रों में 10 लाख करोड़ का निवेश प्रस्ताव।
- रोजगार सृजन: अगले 5 वर्षों में 5 लाख नौकरियों का लक्ष्य।
- शहरी योजना: कटक-भुवनेश्वर-पुरी और झारसुगुड़ा-बारगढ़-संबलपुर के बीच आधुनिक अर्बन कॉरिडोर विकसित होंगे।
- सामाजिक कल्याण: खाद्य सुरक्षा, कुपोषण उन्मूलन, शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष जोर।
- महिला सशक्तिकरण: महिलाओं को वर्कफोर्स का 70% भागीदार बनाना।
- संस्कृति और पहचान: ओड़िया संस्कृति और भाषा को संरक्षित करने की विशेष योजना।
- गांवों का शहरीकरण: गाँवों को शहरों के समकक्ष सुविधाएं देने का लक्ष्य।
- आपदा प्रबंधन और पर्यावरण: ईको-टूरिज्म, जलवायु अनुकूल योजना और आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचा।