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एनईपी कार्यान्वयन और छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत को पाठ्यपुस्तकों में शामिल करने पर चर्चा
भुवनेश्वर। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को महाराष्ट्र के स्कूली शिक्षा मंत्री श्री दादाजी भुसे से मुलाकात की। इस बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (नेप) 2020 और उसके महाराष्ट्र में कार्यान्वयन से जुड़े अहम विषयों पर चर्चा की गई।
बैठक के बाद एक सोशल मीडिया पोस्ट में धर्मेंद्र प्रधान ने इस चर्चा को “उत्पादक” बताया और कहा कि यह बैठक महाराष्ट्र में स्कूल शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और बच्चों के समग्र विकास को सुनिश्चित करने की दिशा में केंद्रित रही।
इस बैठक की एक महत्वपूर्ण बात यह रही कि छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत को स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल करने पर विशेष जोर दिया गया। प्रधान ने बताया कि राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) को निर्देशित किया गया है कि वह शिवाजी महाराज के पराक्रम और योगदान को पाठ्यपुस्तकों में समग्र रूप से शामिल करे।
उन्होंने कहा कि उनका प्रेरणादायक जीवन और विरासत आज और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रकाश स्तंभ है और इसे हमारे पाठ्यक्रम में उचित स्थान मिलना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने महाराष्ट्र सरकार द्वारा स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना की और केंद्र की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार महाराष्ट्र सरकार को समग्र, समावेशी और 21वीं सदी की शिक्षा प्रणाली विकसित करने में नेप 2020 के माध्यम से पूरा सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है।