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ऑपरेशन सिंदूर को प्रियदर्शिनी सतपथी ने बताया सच्ची श्रद्धांजलि
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कहा – शहीदों के परिजनों को मिला न्याय का संतोष
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पहलगाम हमले में शहीद हुए थे ओडिशा के जवान प्रशांत सतपथी
बालेश्वर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में जान गंवाने वाले ओडिशा के बालेश्वर निवासी प्रशांत सतपथी की पत्नी प्रियदर्शिनी सतपथी ने भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और पीओके में आतंक के ठिकानों पर की गई जवाबी कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर को पीड़ितों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि और न्याय बताया है।
मीडिया से बात करते हुए प्रियदर्शिनी ने सरकार और सेना के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि पाकिस्तान की दुम कभी सीधी नहीं होगी। वो हमेशा आतंकवाद को ही बढ़ावा देगा, लेकिन अगर हम इस तरह की कड़ी कार्रवाई करें तो उन्हें आगे से ऐसी हरकत करने से पहले सौ बार सोचना पड़ेगा।
मोदी ने दिखा केंद्र में आम लोगों की सरकार
प्रियदर्शिनी ने कहा कि केंद्र सरकार ने यह साबित कर दिया है कि वह सिर्फ अमीरों या सत्ता में बैठे लोगों के लिए नहीं, बल्कि गरीबों और आम लोगों के लिए भी खड़ी है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने दिखा दिया कि यह देश सिर्फ रसूख वालों का नहीं, हम जैसे आम लोगों का भी है। पहलगाम हमले में मारे गए 26 मासूमों के लिए की गई यह कार्रवाई उन्हें सच्चा न्याय है।
पूरा न्याय नहीं मिलने तब तक पीछे न हटें
उन्होंने आगे कहा कि मैं सरकार से अपील करती हूं कि जब तक पूरा न्याय नहीं मिल जाए, तब तक पीछे न हटे। मैं सभी नागरिकों से भी अपील करती हूं कि सरकार का साथ दें ताकि कोई भी व्यक्ति देश के किसी कोने में बिना डर के यात्रा कर सके। हर एक जिंदगी कीमती है।
मंगलवार को हमला, मंगलवार को प्रतिशोध — यह संयोग नहीं, संकल्प है
प्रियदर्शिनी ने यह भी कहा कि यह महज संयोग नहीं कि जिस दिन हमला हुआ वह मंगलवार था (22 अप्रैल) और जिस दिन भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई की वह भी मंगलवार ही था (6 मई)। उन्होंने कहा कि यह एक प्रतीक है कि देश अब चुप नहीं बैठेगा। जो भी देश की शांति भंग करेगा, उसे मुंहतोड़ जवाब मिलेगा। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले बिहार की एक रैली में कहा था कि भारत कश्मीर हमलावरों को धरती के आखिरी छोर तक ढूंढेगा। ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने न केवल उस संकल्प को निभाया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि अब देश चुप रहने वाला नहीं।