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कट‍क-भुवनेश्वर में ‘आम बस’ सेवा में आयी बाधा

  • सुबह 6 से 8 बजे तक बसें रहीं ठप, यात्रियों को भारी परेशानी

  • अचानक बंद हुई सेवा, बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के फंसे यात्री

भुवनेश्वर/कट‍क। राजधानी क्षेत्र में संचालित होने वाली ‘आम बस’ सेवा में लगातार व्यवधान और अचानक बस सेवाओं के रद्द होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खासकर मंगलवार सुबह 6 बजे से 8 बजे तक की अवधि में बस सेवा पूरी तरह ठप रही, जिससे कई लोग रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डा और कार्यालय समय पर नहीं पहुंच सके।

मंगलवार सुबह ‘आम बस’ सेवा पूरी तरह बंद रही। यात्रियों को इसकी कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई थी। यात्रियों ने बताया कि वे रोज़ की तरह बस स्टॉप पहुंचे लेकिन वहां कोई बस नहीं आई। कई लोगों ने मजबूरी में महंगे दामों में ऑटो और टैक्सी का सहारा लिया।

सीआरयूटी ने एक पर दी थी जानकारी, लेकिन एप्प पर नहीं था कोई अलर्ट
हालांकि, सीआरयूटी (कैपिटल रिजन अर्बन ट्रांस्पोर्ट) ने सोमवार 5 मई को अपने आधिकारिक एक्स  (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर सेवा में बदलाव की जानकारी साझा की थी, लेकिन अधिकांश यात्रियों को इस बारे में जानकारी नहीं मिल पाई क्योंकि वे ‘आम बस’ ऐप या इंस्टाग्राम जैसे माध्यमों पर अपडेट की उम्मीद करते हैं।

ऐप उपयोगकर्ताओं का आरोप है कि आम बस मोबाइल ऐप में न तो कोई सूचना दी गई, न ही अलर्ट जारी किया गया। यात्रियों ने सीआरयूटी पर सूचना देने में विफल रहने और सही समय पर पूर्व जानकारी न देने का आरोप लगाया।

ओएमपी स्क्वायर पर सुबह इंतज़ार करते रहे यात्री
कट‍क के ओएमपी स्क्वायर पर बड़ी संख्या में यात्री सुबह 6 बजे से 8 बजे तक बसों का इंतज़ार करते रहे। कोई सूचना न मिलने के कारण लोगों में नाराज़गी देखी गई।

नियमित देरी और रद्द होने की शिकायत
बीते कुछ दिनों से यात्रियों का कहना है कि सुबह 6 बजे से 7 बजे तक की अधिकांश बसें या तो रद्द कर दी जाती हैं या काफी देर से आती हैं। इससे न केवल दैनिक यात्रियों को परेशानी होती है बल्कि छात्रों, मरीज़ों और दफ्तर जाने वालों को भी संकट का सामना करना पड़ता है।

यात्री बोले: ऐप या इंस्टाग्राम पर दें जानकारी
‘रूट 18’ की नियमित यात्री स्नेहा जेना ने बताया कि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। ये रोज़ की समस्या है। बसें रद्द कर दी जाती हैं लेकिन हमें कोई जानकारी नहीं मिलती। कम से कम आम बस एप्प या इंस्टाग्राम पर भी सूचना दी जानी चाहिए। मरीजों, छात्रों और दफ्तर जाने वालों के लिए यह बस सेवा ज़रूरी है।

कंडक्टर भी नहीं दे पाए संतोषजनक जवाब
बसों के परिचालकों से पूछे जाने पर उन्होंने भी असमर्थता जताई और कहा कि उन्हें खुद नहीं पता कि बसें क्यों नहीं चल रही हैं। एक कंडक्टर ने कहा, “सुबह की पहली कुछ बसें पूरी तरह रद्द कर दी गई थीं। कब फिर से चलेंगी, ये कहना मुश्किल है।

एक अन्य कंडक्टर ने कहा कि सीआरयूटी शायद बसें रद्द नहीं कर रहा है, बल्कि नई समय-सारणी लागू कर रहा है। हाल ही में 300 से अधिक इलेक्ट्रिक बसें शामिल की गई हैं, संभव है कि इनकी समयबद्धता में देरी हो रही हो।

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