-
रामकृष्ण दास महापात्र के खिलाफ मामला दर्ज
-
जगन्नाथ सेना ने सिंहद्वार थाने में की शिकायत, निष्पक्ष जांच की मांग
पुरी। श्रीजगन्नाथ मंदिर से जुड़ी पवित्र दारु (लकड़ी) को लेकर विवाद और गहरा गया है। दैतापति समुदाय के सचिव रामकृष्ण दास महापात्र के खिलाफ जगन्नाथ सेना नामक सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन ने पुरी के सिंहद्वार थाने में नई शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में श्रीमंदिर से बिना अनुमति पवित्र दारु को बाहर ले जाने का गंभीर आरोप लगाया गया है।
जगन्नाथ सेना के संयोजक प्रियदर्शन पटनायक ने कहा कि श्रीमंदिर की पवित्र सामग्री से जुड़ी यह घटना सिर्फ एक प्रशासनिक लापरवाही नहीं, बल्कि धार्मिक आस्था का घोर अपमान है। कुछ स्वार्थी तत्वों के कारण पूरे सेवायत समाज, पुरी और ओडिशा की छवि को ठेस पहुंची है।
उन्होंने पुलिस से मांग की है कि पवित्र दारु को कैसे, कब और किसके आदेश से बाहर ले जाया गया इसकी संपूर्ण जांच की जाए। साथ ही दारुघर (दारु भंडारण कक्ष) की गणना कर वर्तमान स्थिति का ऑडिट कराया जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
शिकायत में यह भी सवाल उठाया गया है कि क्या दारु को चोरी से ले जाया गया या पैसे के बदले निकाला गया। संगठन का आरोप है कि रथयात्रा निकट होने के कारण मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है।
इससे पहले आरटीआई कार्यकर्ता जयंत दास ने भी ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराते हुए रामकृष्ण दास महापात्रा पर बिना अनुमति पवित्र दारु को हटाने का आरोप लगाया था।
इस पूरे प्रकरण को लेकर श्रद्धालुओं और सेवायतों में नाराजगी है। नवकलेवर अनुष्ठान और मूर्ति निर्माण से जुड़ी पवित्र सामग्रियों के दुरुपयोग को लेकर लोग पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग कर रहे हैं।
हालांकि, श्रीमंदिर प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, आंतरिक जांच की प्रक्रिया जल्द शुरू की जा सकती है।