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अन्य कोई अस्पतालों में भी होगा विस्तार
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मुख्यमंत्री ने की सरकारी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के पुनर्विकास कार्यों की समीक्षा
भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने राज्य के विभिन्न सरकारी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के पुनर्विकास कार्यों की समीक्षा की। यह बैठक लोकसेवा भवन में आयोजित हुई, जिसमें स्वास्थ्य क्षेत्र में चल रही प्रमुख परियोजनाओं की प्रगति पर चर्चा की गई।
समीक्षा के दौरान बताया गया कि कटक स्थित श्रीरामचंद्र भंज मेडिकल कॉलेज का पुनर्विकास 4,474.49 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। इस परियोजना को जून 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। पहले चरण के कार्यों के पूर्ण होने के पश्चात कॉलेज की शैय्या क्षमता 3,796 तक बढ़ जाएगी। मुख्यमंत्री ने इस कॉलेज को एम्स++ स्तर पर विकसित करने का निर्णय लिया है।
इसी तरह आचार्य हरिहर स्नातकोत्तर कैंसर संस्थान और अस्पताल के पहले चरण में 895.89 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकास कार्य किया जा रहा है। कार्य पूर्ण होने पर इसकी शैय्या संख्या 1,127 तक पहुंच जाएगी।
बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार बुर्ला स्थित विमसार में 1,594 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकास कार्य किया जाएगा। वर्तमान में इसकी शैय्या संख्या 1,485 है, जो कार्य पूर्ण होने के बाद बढ़कर 2,861 हो जाएगी।
इसी तरह ब्रह्मपुर स्थित एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 1,014.13 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकास कार्य होगा। इसके बाद शैय्या क्षमता 1,583 से बढ़कर 2,033 तक पहुंचेगी। राउरकेला के सरकारी अस्पताल के लिए 627.16 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। पुनर्विकास पश्चात इसकी शैय्या संख्या 437 से बढ़कर 763 हो जाएगी।
भुवनेश्वर स्थित कैपिटल अस्पताल के पुनर्विकास हेतु 5,958 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा, जिससे इसकी शैय्या क्षमता 750 से बढ़कर 2,582 तक हो जाएगी।
इन सभी परियोजनाओं में अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं, हॉस्टल, अकादमिक भवन, रोगियों के परिजनों के लिए निवास व्यवस्था, स्टाफ क्वार्टर, खेल मैदान और ऑडिटोरियम जैसी अधोसंरचनाओं का निर्माण किया जाएगा।
इस समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मुकेश महालिंग, मुख्य सचिव श्री मनोज आहूजा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री निकुंज बिहारी धल, स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त-सह-सचिव श्रीमती अश्वती एस तथा ओबीसीसी के निदेशक और वरिष्ठ अभियंता उपस्थित थे।