भुवनेश्वर : ओडिशा के प्रसिद्ध निजी अस्पताल उत्कल अस्पताल ने स्वास्थ्य सेवाओं में तकनीकी क्रांति की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। यह पूर्व भारत का पहला अस्पताल बन गया है जिसने एजेंटफोर्स प्रणाली को अपनाया है। इस नई व्यवस्था के तहत मरीजों का सारा रिकॉर्ड एक जगह पर रहेगा, कामकाज स्वचालित होगा और मरीज खुद भी अपनी जानकारी तक आसानी से पहुंच सकेंगे।
अस्पताल अब एजेंटफोर्स, समय निर्धारण प्रणाली, और बुद्धिमान संवाद यंत्रों जैसे औज़ारों की मदद से मरीजों से जुड़ी सेवाएं पहले से अधिक आसान और तेज़ बना सकेगा। इससे अस्पताल के कॉल सेंटर, दवा वितरण और स्वयं सेवा मंच बेहतर ढंग से काम करेंगे।
450 बिस्तरों वाले उत्कल अस्पताल में 150 बिस्तर गहन देखभाल (क्रिटिकल केयर) के लिए निर्धारित हैं। यहाँ पहले से ही आधुनिक हृदय चिकित्सा इकाई और अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध हैं। अब यह अस्पताल न सिर्फ मरीजों को समय पर इलाज देगा, बल्कि भविष्य की जरूरतों को देखते हुए उनकी समस्याओं का अनुमान भी लगा सकेगा।
इस तकनीकी बदलाव में कोसर्व सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस नामक संस्था ने सहयोग दिया है। भविष्य में इसमें और भी सुविधाएं जुड़ेंगी जैसे कि व्यापारिक विश्लेषण, व्यक्तिगत मरीज सेवा योजनाएं, और मजबूत ग्राहक संपर्क पोर्टल।
सेल्सफोर्स भारत के उपाध्यक्ष कमल कांत ने कहा कि उत्कल अस्पताल के साथ हमारा यह प्रयास दर्शाता है कि तकनीक के माध्यम से सेवा में करुणा और जुड़ाव को बढ़ाया जा सकता है।
अस्पताल के प्रमुख बीके सुभाष सिंह ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि हर मरीज को बेहतर और सरल सेवा मिले। यह नई व्यवस्था हमें अधिक सक्षम और समय के अनुरूप बनाएगी।
कोसर्व के भागीदार अरुण परीजा ने कहा कि हमने उत्कल अस्पताल को डिजिटल बदलाव की दिशा में मार्गदर्शन दिया है ताकि यह व्यवस्था सही रूप से लागू हो और भविष्य के लिए उपयोगी साबित हो।
यह पहल न केवल ओडिशा बल्कि पूरे पूर्व भारत में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के लिए एक प्रेरणा बनेगी।
