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राज्य में हर्ष की लहर दौड़ी
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सीईआरएन द्वारा वैश्विक मान्यता मिलने पर मुख्यमंत्री माझी ने दी बधाई
भुवनेश्वर। फंडामेंटल फिजिक्स के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए ओडिशा के वैज्ञानिकों को ब्रेकथ्रू प्राइज 2025 से सम्मानित किए जाने की घोषणा के बाद राज्य में गर्व और खुशी की लहर दौड़ गई है। प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय संस्था सीईआरएन द्वारा घोषित इस सम्मान में ओडिशा के कई संस्थानों के वैज्ञानिकों को वैश्विक स्तर पर मान्यता मिली है।
सम्मानित वैज्ञानिकों में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च, भुवनेश्वर के बेदांगदास मोहंती, रणवीर सिंह, संजय स्वाईं और प्रलय मल, आईआईटी भुवनेश्वर की सीमा वाहिनीपति, इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिक्स, भुवनेश्वर के अरुण कुमार नायक और प्रदीप कुमार साहू तथा आईजर ब्रह्मपुर की नताशा शर्मा शामिल हैं। ये वैज्ञानिक उन 13,508 शोधकर्ताओं में शामिल हैं जिन्हें सीईआरएन ने मान्यता दी है। इनका कार्य आधुनिक भौतिकी के सबसे जटिल क्षेत्रों में वैज्ञानिक समझ को नई ऊंचाइयों तक ले गया है।
मुख्यमंत्री ने दी बधाई
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सोशल मीडिया के माध्यम से सभी वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं दीं और उनकी कड़ी मेहनत तथा समर्पण की प्रशंसा की। उन्होंने लिखा कि यह पूरे ओडिशा के लिए गौरव का क्षण है कि हमारे वैज्ञानिक आधुनिक विज्ञान की सीमाओं को विस्तार देने वाले वैश्विक शोधकर्ताओं में शामिल हुए हैं। इनकी उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि ओडिशा के वैज्ञानिकों की यह सफलता न केवल राज्य बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है, और यह विज्ञान के क्षेत्र में भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा को दर्शाती है।
देश के युवाओं के लिए मिलती रहेगी प्रेरणा
मुख्यमंत्री माझी ने इन वैज्ञानिकों की प्रतिभा और समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि उनकी यह उपलब्धि देश भर के युवा वैज्ञानिकों को प्रेरित करती रहेगी। उन्होंने लिखा कि राज्य के लिए गर्व का क्षण है कि हमारे वैज्ञानिक सीईआरएन द्वारा सम्मानित वैश्विक शोधकर्ताओं में चमक रहे हैं। उनका ज्ञान और विज्ञान के प्रति समर्पण देश के नवोदित वैज्ञानिकों को प्रेरणा देता रहेगा।