-
पहाड़ी की चोटी पर पत्थरों के बीच और सूखे पत्तों से ढंककर छिपाए गए थे विस्फोटक
-
दो भरमार देसी बंदूकें और दो काले बैग भी मिला
भुवनेश्वर। ओडिशा के मालकानगिरि ज़िले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने माओवादियों के एक गुप्त हथियार भंडार (डंप) का पता लगाया है। यह बरामदगी कलिमेला और चित्रकोंडा थानाक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले दुर्गम और पहाड़ी इलाकों में हाल ही में चलाए गए एक तलाशी अभियान के दौरान हुई।
बीएसएफ द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, उन्हें विश्वसनीय सूचना मिली थी कि माओवादियों ने हथियार और विस्फोटक छिपा रखे हैं। इस सूचना के आधार पर बीएसएफ जवानों ने 16 अप्रैल को पिलिसुमामाड़ी गांव के पास कलिमेला पंचायत क्षेत्र में स्थित एक पहाड़ी की चोटी पर सघन तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान पत्थरों के बीच और सूखे पत्तों से ढंककर छिपाए गए दो भरमार देसी बंदूकें और दो काले बैग बरामद किए गए, जिनमें बारूद और अन्य विस्फोटक सामग्री थी।
बीएसएफ की यह कार्रवाई माओवादियों की रणनीतियों के लिए एक बड़ा झटका मानी जा रही है। तलाशी अभियान अभी भी जारी है ताकि सुरक्षाबलों और स्थानीय ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
बीएसएफ की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मालकानगिरि और कोरापुट जैसे अत्यधिक माओवाद प्रभावित ज़िलों में बीएसएफ लगातार अभियान चला रही है। इस प्रकार की बरामदगी माओवादियों की मनोबल को कमजोर करती है और क्षेत्र में सुरक्षा बलों की बढ़ती पकड़ को दर्शाती है।
उल्लेखनीय है कि इसी महीने ओडिशा के पुलिस महानिदेशक वाई बी खुरानिया ने घोषणा की थी कि राज्य में माओवाद प्रभावित ज़िलों की संख्या 21 से घटकर अब केवल 7 रह गई है। यह केंद्र सरकार के मार्च 2026 तक देश को माओवादी गतिविधियों से मुक्त कराने के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है।