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थाईलैंड-वियतनाम जैसे देशों के मॉडल को अपनाने की सलाह दी
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कहा-ओडिशा होगा वैश्विक निवेश का अगला गंतव्य
भुवनेश्वर। भारत सरकार के वित्तीय सेवा विभाग के सचिव नागराजू मद्दिराला ने ओडिशा को निवेश का अनुकूल राज्य बताते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि थाईलैंड और वियतनाम जैसे देशों के मॉडल पर आधारित मजबूत इकोसिस्टम राज्य में विकसित किया जाए। उन्होंने कहा कि ओडिशा की 450 किलोमीटर लंबी तटरेखा, तीन प्रमुख बंदरगाहों और विकसित बैंकिंग नेटवर्क के बल पर राज्य को दक्षिण-पूर्व एशिया की तरह वैश्विक निवेश का प्रमुख केंद्र बनाया जा सकता है।
वह ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में आईसीसी की ओर से आयोजित विकसित ओडिशा-2036 की परिकल्पना पर आयोजित एक कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि थाईलैंड और वियतनाम ने जिस तरह अपने संसाधनों का सदुपयोग कर निवेशकों को आकर्षित किया, ओडिशा के पास तो उससे कहीं अधिक संभावनाएं हैं। जरूरत है एक सशक्त नीति, स्थायी बुनियादी ढांचा, और स्पष्ट निवेश दृष्टि की।
डिजिटल भुगतान में ओडिशा अन्य राज्यों से कहीं आगे
इस दौरान उन्होंने बताया कि ओडिशा में 16.3 ट्रिलियन रुपये के निवेश के इंटेंट हाल ही में दर्ज की गई है और यह निवेश का बड़ा संकेतक है। इस दौरान उन्होंने बताया कि राज्य में 6341 बैंक शाखाएं, 34468 बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट्स, और 7000 से अधिक एटीएम यह दर्शाते हैं कि वित्तीय समावेशन और डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में ओडिशा अन्य राज्यों से कहीं आगे है। उन्होंने बताया कि 24 लाख मर्चेंट ऑनबोर्डिंग हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि कि ओडिशा में 99.5% महिलाओं के बैंक खाते हैं तथा 11550 करोड़ रुपये के डिपॉजिट हैं। मुद्रा लोन एक बड़ी भूमिका निर्वहन कर रही है।
वैल्यू एडिशन, एमएसएमई क्लस्टर डेवलपमेंट पर जोर
उन्होंने आह्वान किया कि अब राज्य को थाईलैंड और वियतनाम की तरह ही वैल्यू एडिशन, एमएसएमई क्लस्टर डेवलपमेंट, और फाइनेंसिंग नेटवर्क विस्तार की दिशा में तेजी से आगे बढ़ना होगा।
उन्होंने कहा कि ओडिशा निवेश के लिए तैयार है और अब दुनिया को ओडिशा की ओर देखना है।
बैंक जमा में 75.5% की वृद्धि
उन्होंने बताया कि ओडिशा में बैंक जमा में 75.5% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है, जो राज्य की आर्थिक प्रगति और निवेशकों के बढ़ते विश्वास का संकेत है। उन्होंने इस वृद्धि को राज्य की मजबूत वित्तीय नीतियों और निवेश के अनुकूल वातावरण का परिणाम बताया।
ओडिशा अब निवेश और औद्योगिक विकास में एक मजबूत मंच बना
ओडिशा अब निवेश और औद्योगिक विकास के क्षेत्र में एक मजबूत मंच बन चुका है। 450 किलोमीटर लंबी समुद्री तटरेखा वाले इस राज्य में तीन बड़े बंदरगाह हैं और गोपालपुर जैसे महत्वपूर्ण पोर्ट्स का विस्तार और विकास किया जा रहा है, जिससे नए औद्योगिक शहरों की स्थापना की जा सकेगी।
प्राकृतिक संसाधनों और पारिस्थितिकी का संरक्षण
उन्होंने कहा कि ओडिशा के पास प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संसाधन हैं और राज्य सरकार इनके संरक्षण के साथ सतत विकास की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हम एक ऐसा इकोसिस्टम तैयार कर रहे हैं जो वैश्विक मानकों के अनुसार निवेश को आकर्षित कर सके।