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मयूरभंज में लगेंगी 10 बड़ी औद्योगिक इकाइयां

  • 14,000 करोड़ के निवेश से मिलेंगे 7,925 रोजगार

बारिपदा। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मयूरभंज ज़िले में दस प्रमुख औद्योगिक इकाइयों की स्थापना की घोषणा की है। इस ऐतिहासिक पहल का उद्देश्य आदिवासी बहुल क्षेत्र मयूरभंज के आर्थिक विकास को गति देना और स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना है। मुख्यमंत्री ने यह घोषणा महाराज श्रीराम चंद्र भंज देव विश्वविद्यालय, ताकतपुर, बारिपदा में आयोजित ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना’ एवं ‘राष्ट्रीय अनुसूचित जाति-जनजाति हब सम्मेलन’ के उद्घाटन अवसर पर की।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रस्तावित 10 औद्योगिक इकाइयों में कुल 14,000 करोड़ का निवेश होगा, जिससे 7,925 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। यह निवेश मयूरभंज जिले के औद्योगिक परिदृश्य को पूरी तरह से बदल देगा और युवाओं को गांव छोड़कर बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
स्थानीय कारीगरों को मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य के विभिन्न जिलों में 14 अनुसूचित जाति-जनजाति (एससी-एसटी) हब स्थापित किए जाएंगे। मयूरभंज जिले में यह हब खासतौर पर सबाई घास, साल पत्ता और अन्य वन उत्पादों पर आधारित हस्तशिल्प कार्यों में लगे कारीगरों को प्रोत्साहित करने का कार्य करेगा।
इन हब के माध्यम से स्थानीय कारीगरों को न केवल वित्तीय सहायता मिलेगी, बल्कि बैंक ऋण प्राप्त करने में भी मदद की जाएगी। इससे उन्हें आत्मनिर्भर बनने और अपनी पारंपरिक कला को आधुनिक बाज़ार से जोड़ने में सहायता मिलेगी।
विश्वकर्मा योजना का प्रभाव
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की सराहना करते हुए बताया कि यह योजना पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के जीवन में परिवर्तन ला रही है। इस योजना के अंतर्गत अब तक 29.64 लाख लाभार्थी देशभर में पंजीकृत हो चुके हैं, जिनमें से 1.05 लाख लाभार्थी ओडिशा से हैं। इन लाभार्थियों में 35% अनुसूचित जाति और जनजाति समुदायों से हैं, जबकि 29% महिलाएं हैं।
ओडिशा में अब तक 77,000 से अधिक लाभार्थियों को बुनियादी कौशल प्रशिक्षण दिया जा चुका है, और 10,000 से अधिक लोगों को 91 करोड़ से अधिक के ऋण स्वीकृत किए गए हैं।
विशेष रूप से मयूरभंज जिले की बात करें तो यहां 1,831 लाभार्थियों ने पंजीकरण कराया है, जिनमें से 1,476 को प्रशिक्षण मिल चुका है। इसके अतिरिक्त, 216 लाभार्थियों को लगभग ₹2 करोड़ के ब्याजमुक्त ऋण प्रदान किए गए हैं।
केंद्रीय सरकार का समर्थन
केंद्र सरकार की ओर से केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी ने सम्मेलन में भाग लिया और ओडिशा के विकास के प्रति केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने मयूरभंज में एक औद्योगिक पार्क की स्थापना की योजना का भी उल्लेख किया, जिससे जिले को औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित करने में मदद मिलेगी।
सम्मेलन में शामिल हुए प्रमुख अतिथि
इस सम्मेलन में रायरंगपुर सांसद नबा चरण माझी, राज्यसभा सांसद ममता मोहंता सहित कई वरिष्ठ अधिकारी, उद्यमी, जनप्रतिनिधि और कारीगर उपस्थित थे। सम्मेलन का उद्देश्य विश्वकर्मा योजना और राष्ट्रीय एससी-एसटी हब योजना के प्रति जागरूकता फैलाना और हितधारकों को योजनाओं के लाभ से जोड़ना था।
यह पहल मयूरभंज को राज्य के प्रमुख औद्योगिक जिलों में बदलने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

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