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कहा-हर परियोजना की सफलता के लिए इच्छाशक्ति आवश्यक
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डॉ हरेकृष्ण महताब की 125वीं जयंती पर राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित
भुवनेश्वर। इच्छाशक्ति हो तो रास्ता अवश्य निकलता है। देश में संसाधनों और कौशल की कोई कमी नहीं है। परियोजनाओं की सफलता के लिए इच्छा शक्ति ही मूल मंत्र है। जल, ऊर्जा, परिवहन और संचार, ये चार बिंदु ओडिशा के समग्र विकास की कुंजी हैं।
उक्त बातें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहीं।
वह रावेंशा विश्वविद्यालय में आयोजित डॉ हरेकृष्ण महताब की 125वीं जयंती के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
स्मार्ट गांव भी बना रहे हैं हम
उन्होंने कहा कि आज हर कोई गांव से शहर की ओर बढ़ रहा है, लेकिन अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्रित्व काल में उन्हें गांवों तक सड़कें पहुंचाने का दायित्व मिला था। आज हम न केवल स्मार्ट शहर बल्कि स्मार्ट गांव भी बना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसा परिवर्तन व्यक्ति के चरित्र को निखारता है और डॉ महताब की लेखनी से यही प्रेरणा हमें मिलती है।
डॉ हरेकृष्ण महताब के जीवन से मिलती है शिक्षा
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि यह महत्वपूर्ण नहीं है कि कोई व्यक्ति कितने दिन जीवित रहता है, बल्कि यह मायने रखता है कि वह कैसे जीवन व्यतीत करता है और उस दौरान क्या कार्य करता है। यही शिक्षा हमें डॉ हरेकृष्ण महताब के जीवन से मिलती है।
रावेंशा विश्वविद्यालय में आयोजित डॉ हरेकृष्ण महताब की 125वीं जयंती के राष्ट्रीय सम्मेलन में उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास और ज्ञान का अद्भुत समन्वय डॉ महताब में देखने को मिला।
डॉ महताब का योगदान अमिट रहेगा
ओडिशा के विकास में डॉ महताब का योगदान अमिट रहेगा। हीराकुद बांध का निर्माण हो, या भुवनेश्वर को राज्य की राजधानी के रूप में स्थापित करना हो, हर ऐतिहासिक पहल में उनका नेतृत्व और योगदान रहा।
जेल में रहकर भी ओडिशा के उज्ज्वल भविष्य का सपना देखा
स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महाराष्ट्र के अहमदनगर जेल में रहते हुए भी उन्होंने ओडिशा के उज्ज्वल भविष्य का सपना देखा था। उन्होंने यह भी कहा कि केवल व्यक्तिगत प्रयास नहीं, बल्कि सामूहिक प्रयास से ही विकास संभव है।