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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने की घोषणा
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मृत्यु के छह घंटे के भीतर एकत्र होगी दाताओं की त्वचा
भुवनेश्वर। एम्स भुवनेश्वर में स्किन बैंक की स्थापना की जाएगी। यह घोषणा केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने अपने भुवनेश्वर दौरे के दौरान की। उन्होंने कहा कि यह पूर्वी भारत का पहला सरकारी स्किन बैंक होगा, जो गंभीर रूप से झुलसे मरीजों के लिए जीवनदायिनी साबित होगा। इस स्किन बैंक में मृत्यु के छह घंटे के भीतर दाताओं से त्वचा एकत्र की जाएगी और जरूरतमंदों को त्वचा प्रत्यारोपण के माध्यम से तत्काल उपचार मिल सकेगा।
एम्स भुवनेश्वर के निरीक्षण के दौरान मंत्री नड्डा ने इसे एम्स दिल्ली के समकक्ष बताया और संस्थान की रोगी देखभाल, अनुसंधान कार्य और समावेशी बुनियादी ढांचे की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह संस्थान न केवल ओडिशा, बल्कि पूरे पूर्वी भारत के लिए एक स्वास्थ्य सेवा हब के रूप में विकसित हो रहा है।
झुलसे मरीजों के लिए नई उम्मीद बनेगा स्किन बैंक
मंत्री नड्डा ने कहा कि अब तक मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों के स्किन बैंकों पर निर्भरता थी, लेकिन एम्स भुवनेश्वर में स्किन बैंक की स्थापना से यह स्थिति बदलेगी। इससे इलाज में तेजी, जीवित रहने की संभावना में वृद्धि और रोगियों की जीवन गुणवत्ता में सुधार आएगा।
एम्स भुवनेश्वर को मिला राष्ट्रीय मान्यता का दर्जा
इस अवसर पर मंत्री ने केंद्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला, मेडिसिन ओपीडी, बर्न्स सेंटर और नवजात आईसीयू का भी दौरा किया। उन्होंने संस्थान की प्रगति की सराहना करते हुए कहा कि एम्स भुवनेश्वर ने बहुत कम समय में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। यहां उपलब्ध चिकित्सा सेवाएं और अनुसंधान की गुणवत्ता इसे राष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट बनाती हैं।
ओडिशा सहित पूरे पूर्वी भारत को मिलेगा लाभ
स्किन बैंक की सुविधा से न केवल ओडिशा, बल्कि झारखंड, पश्चिम बंगाल, बिहार, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर राज्यों के मरीजों को भी फायदा मिलेगा। यह पहल क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाएगी और गंभीर रोगियों को समय पर इलाज मिल सकेगा।