Tue. Apr 15th, 2025
  •  केंद्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला का उद्घाटन

  •  मल्टीयूटिलिटी और गैस्ट्रोनॉमी ब्लॉक की आधारशिला रखी

भुवनेश्वर। पूर्वी भारत में स्वास्थ्य सेवाओं और अनुसंधान अवसंरचना को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा रसायन और उर्वरक मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कल शनिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भुवनेश्वर का दौरा किया।
दौरे के दौरान नड्डा ने अत्याधुनिक केंद्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला का उद्घाटन किया। यह प्रयोगशाला अत्याधुनिक चिकित्सा अनुसंधान को बढ़ावा देने और नवाचार को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक परिवर्तनकारी पहल है। यह सुविधा डॉक्टरों, शोधकर्ताओं और विद्वानों को प्रभावशाली स्वास्थ्य समाधान विकसित करने में सक्षम बनाएगी, जिससे एम्स भुवनेश्वर देश के अग्रणी चिकित्सा अनुसंधान केंद्रों में शामिल हो सकेगा।


नड्डा ने मल्टीयूटिलिटी और गैस्ट्रोनॉमी ब्लॉक की आधारशिला भी रखी, जो छात्रों, शिक्षकों, कर्मचारियों और आम जनता की बदलती आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया एक आधुनिक बुनियादी ढांचा है। यह ब्लॉक एक ही छत के नीचे आवश्यक सुविधाएं प्रदान करेगा, जिससे संचालन कुशलता और संस्थान के साथ समुदाय का जुड़ाव बढ़ेगा।
डिजिटल स्वास्थ्य सेवाएं हुईं सशक्त
डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं को और सशक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री ने एम्स भुवनेश्वर की पुनः डिज़ाइन की गई वेबसाइट का शुभारंभ किया। यह वेबसाइट यूज़र-फ्रेंडली फीचर्स और एकीकृत सेवाओं से युक्त है, जिससे मरीजों और आगंतुकों को बेहतर अनुभव मिलेगा। साथ ही यह वेबसाइट ओडिशा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी दर्शाती है।
किफायती दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित होगी
इस व्यापक दौरे के दौरान उन्होंने ईएचएस क्लिनिक और अमृत फार्मेसी का भी उद्घाटन किया, जिससे आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं और किफायती दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। इस दौरान एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित हुई, जिसमें नड्डा ने चल रहे विकास कार्यों का मूल्यांकन किया और चिकित्सा छात्रों, सफाई कर्मचारियों और अन्य कर्मचारियों से सीधे संवाद किया। यह संवाद कर्मचारियों के लिए प्रेरणादायक साबित हुआ और सरकार की समावेशी स्वास्थ्य सेवा दृष्टिकोण को दर्शाया।
एम्स घूमकर देखकर
अपने व्यापक दौरे के दौरान नड्डा ने अत्याधुनिक बर्न सेंटर, ओपीडी फ़ोयर में स्वच्छता प्रदर्शनी, एकीकृत स्वास्थ्य और कल्याण क्लिनिक, रुमेटोलॉजी और जेरियाट्रिक क्लिनिक, नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू) का दौरा किया और स्मृति उपवन में एक पौधा भी लगाया, जो एक हरियाली और स्वस्थ कल के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
उत्साहजनक इशारे में प्रोत्साहन और प्रशंसा की
नड्डा ने एक उत्साहजनक इशारे में मेडिकल छात्रों, सफाई कर्मचारियों और कर्मचारियों के साथ सीधे बातचीत की और प्रोत्साहन और प्रशंसा के शब्द साझा किए। उनकी उपस्थिति ने पूरे एम्स भुवनेश्वर बिरादरी के लिए एक नैतिक बढ़ावा और प्रेरणा के रूप में काम किया।
उत्कृष्टता के पथ पर आगे बढ़ रहा एम्स भुवनेश्वर
हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए प्रो. (डॉ.) आशुतोष विश्वास ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी मार्गदर्शन और नड्डा जी के गतिशील नेतृत्व में एम्स भुवनेश्वर उत्कृष्टता के पथ पर आगे बढ़ रहा है। उनका अटूट समर्थन और प्रेरणादायक उपस्थिति हमें स्वास्थ्य सेवा वितरण, नवाचार और रोगी देखभाल में नए मानक स्थापित करने के लिए सशक्त बनाती है।
सुविधा वैज्ञानिक खोज के लिए उत्प्रेरक होगी
कार्यकारी निदेशक प्रो (डॉ) आशुतोष बिस्वास ने कहा कि यह सुविधा वैज्ञानिक खोज के लिए उत्प्रेरक होगी और अग्रणी उपचार और स्वास्थ्य सेवा समाधानों के द्वार खोलेगी। उन्होंने एम्स भुवनेश्वर को राष्ट्रीय और वैश्विक अनुसंधान मानचित्र पर स्थान दिलाने की प्रयोगशाला की क्षमता पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर नड्डा के साथ एम्स भुवनेश्वर के अनेक वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इनमें संस्थान के अध्यक्ष प्रो (डॉ) शैलेश कुमार, कार्यकारी निदेशक प्रो (डॉ) अशुतोष बिस्वास, डीन (शैक्षणिक) प्रो (डॉ) प्रशांत राघव महापात्र, डीन (परीक्षा) प्रो (डॉ) सौभाग्य कुमार जेना, डीन (अनुसंधान) प्रो (डॉ) सत्यजीत मिश्र, डीडीए लेफ्टिनेंट कर्नल अभिजीत सरकार, चिकित्सा अधीक्षक डॉ दिलीप कुमार परिडा और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी रश्मिरंजन सेठी शामिल थे।

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By admin

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