-
पूछा-पटनायक पांडियन से इतना क्यों डरते हैं?
-
बीजद में तेज हो रहा है सियासी घमासान
-
पार्टी के भीतर उठे असंतोष की लहर चर्चा में
भुवनेश्वर। ओडिशा की राजनीति में इन दिनों बीजू जनता दल (बीजद) के भीतर उठे असंतोष की लहर चर्चा में है। अब पूर्व बीजद नेता प्रसन्न पाटसाणी ने भी पार्टी सुप्रीमो नवीन पटनायक पर तीखा हमला बोलते हुए पूछा है कि वे वीके पांडियन से इतना क्यों डरते हैं।
पाटसाणी ने सीधा हमला बोलते हुए कहा कि नवीन झूठ बोल रहे हैं और पांडियन के इशारे पर काम कर रहे हैं। पांडियन उनके इकलौते सलाहकार हैं। उनके बिना कुछ नहीं चलता। ये कैसी लोकतंत्र है?
पाटसाणी ने यह भी आरोप लगाया कि बीजद की हार का मुख्य कारण पांडियन हैं और योग्य नेताओं को टिकट न देने की वजह से पार्टी का दम घुट गया।
डर की राजनीति नहीं चलेगी
पाटसाणी ने कहा कि लोकतंत्र में कोई किसी को धमका नहीं सकता। नवीन बाबू में ऐसी क्या कमजोरी है कि वे एक नौकरशाह से डरते हैं? इसका जवाब कौन देगा? पाटसाणी के बयान से बीजद में अंदरूनी हलचल तेज हो गई है। सवाल अब केवल पांडियन की भूमिका का नहीं, बल्कि पार्टी नेतृत्व की पारदर्शिता और आंतरिक लोकतंत्र का बन गया है।
बीजद ने किया कटाक्ष
पाटसाणी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजद के वरिष्ठ नेता देवी प्रसाद मिश्र ने कहा कि राजनीति में टिप्पणियां होती रहती हैं। बाबा (पाटसाणी) जब बीजद में थे, तब अपने ‘डंडा’ से पार्टी को चलाते थे। वे अच्छे इंसान हैं, जहां भी जाएंगे, उनका डंडा साथ रहेगा।