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98,880 करोड़ रुपये के निवेश समझौतों का हिस्सा
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गोपालपुर पोर्ट पर देश के पूर्वी तट का पहला लैंड-बेस्ड एलएनजी टर्मिनल
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निवेश से 95,915 युवाओं को मिलेगा रोजगार, ऊर्जा क्षेत्र में बड़ी छलांग
भुवनेश्वर। ओडिशा में ऊर्जा क्षेत्र को नई उड़ान देने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड (पीएलएल) गंजाम ज़िला स्थित गोपालपुर पोर्ट पर 50,000 मीट्रिक टन क्षमता वाला लैंड-बेस्ड एलएनजी टर्मिनल स्थापित करेगी। यह देश के पूर्वी तट पर कंपनी की पहली स्थायी टर्मिनल परियोजना होगी।
इस परियोजना की शुरुआत पहले फ्लोटिंग स्टोरेज रीगैसिफिकेशन यूनिट (एफएसआरयू) के तौर पर की जानी थी, जिसकी क्षमता 4 एमएमटीपीए तय की गई थी, लेकिन अब इसे अपग्रेड कर 5 एमएमटीपीए का लैंड-बेस्ड टर्मिनल बनाया जाएगा, जिससे देश की रीगैसिफिकेशन क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
यह परियोजना हाल ही में नई दिल्ली में आयोजित दो दिवसीय इन्वेस्टर्स मीट के दौरान घोषित कुल 98,880 करोड़ के निवेश प्रस्तावों में से एक है। इस शिखर सम्मेलन में राज्य सरकार ने कुल 13 एमओयू और 15 निवेश इरादों पर हस्ताक्षर किए, जिससे राज्य में 95,915 नौकरियों के सृजन का मार्ग प्रशस्त होगा।
पारादीप में आईओसीएल का मेगा प्रोजेक्ट भी शामिल
इनमें सबसे प्रमुख परियोजनाओं में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसीएल) की डुअल-फीड नेफ्था क्रैकर परियोजना है, जो जगतसिंहपुर ज़िले के पारादीप में स्थापित होगी। इस परियोजना में अकेले ₹58,042 करोड़ का निवेश होगा और इससे 24,000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री माजhi और केंद्रीय मंत्री प्रधान ने किया रोजगार पर ज़ोर
मुख्यमंत्री मोहन चरण माजhi और केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सम्मेलन के दौरान राज्य में रोजगार सृजन को प्राथमिकता देने की प्रतिबद्धता दोहराई। मुख्यमंत्री ने निवेशकों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि यह ओडिशा में निवेश का सर्वोत्तम समय है और राज्य उभरती आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
तेज़ ज़मीन आवंटन की गारंटी
राज्य सरकार ने निवेशकों को त्वरित ज़मीन आवंटन का भरोसा दिलाया है। इसके तहत 30 एकड़ ज़मीन 30 दिनों में, 50 एकड़ 50 दिनों में और 100 एकड़ 100 दिनों में आवंटित करने का वादा किया गया है। इससे परियोजनाओं की गति और ज़मीन से जुड़ी बाधाएं दूर होंगी।
ऊर्जा से लेकर रसायन, वस्त्र और शिपबिल्डिंग तक व्यापक निवेश
पेट्रोनेट की परियोजना के अलावा राज्य में रसायन, वस्त्र, शिपबिल्डिंग और चिकित्सा उपकरण निर्माण जैसे क्षेत्रों में भी निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जो राज्य के औद्योगिक परिदृश्य को बदलने में अहम भूमिका निभाएंगे।